गाजीपुर जिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी परियोजना के अंतर्गत बनाई गई सोनवल से गाजीपुर घाट रेल लाइन का बुधवार को फुल स्पीड ट्रायल सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस 7.156 किलोमीटर लंबी रेल लाइन का निर्माण 200 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है।
पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर के रेल संरक्षा आयुक्त प्रणजीव सक्सेना ने मातहतों के साथ इस रेल लाइन का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद सीआरएस स्पेशल सैलून ट्रेन को 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलाया गया। यह ट्रेन मात्र 6 मिनट में गाजीपुर घाट रेलवे स्टेशन से सोनवल नव निर्मित रेलवे स्टेशन पहुंच गई।
ट्रायल से पहले ट्रेन को फूल मालाओं से सजाया गया था। इस ट्रायल को देखने के लिए लोगों की भीड़ भी मौजूद थी। मुख्य प्रशासनिक अधिकारी एससी श्रीवास्तव ने बताया कि रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा इसकी रिपोर्ट मंत्रालय को भेजी जाएगी। मंत्रालय से हरी झंडी मिलने के बाद इस रूट पर ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि रेल संरक्षा आयुक्त ने इस नई लाइन पर 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन चलाने की मंजूरी दे दी है।
इससे पहले इस नई लाइन का 23 फरवरी को डीजल लोको ट्रायल और 27 फरवरी को लोडेड गुड्स ट्रेन का ट्रायल किया गया था। यह रेल लाइन पूर्वांचल के लोगों के लिए महत्वपूर्ण है। यह लाइन गाजीपुर, मऊ, बलिया और देवरिया जिलों को जोड़ेगी। इस लाइन के शुरू होने से इन जिलों के लोगों को यात्रा में काफी सुविधा मिलेगी।
इस मौके पर एडीआरएम इंफ्रा के रोशन लाल यादव, सीपीएम विकास चंद्रा, सीनियर डीईएन सत्यम कुमार, जीपीटी इंफ्रा के उपाध्यक्ष अश्वनी कुमार, पीडब्ल्यूआई के निशांत सिंह, राकेश कुमार, सहायक प्रबंधक रितेश कुमार, गौतम सरकार, एजीएम आरवीएनएल आशुतोष शुक्ला, और अजय राय मौजूद रहे।