Salary Account Benefits: सैलरी अकाउंट एक खाता होता है, जो कंपनी द्वारा खोला जाता है। इसमें हर महीने आपकी सैलरी क्रेडिट होती है। सैलरी अकाउंट को एक प्रकार का सेविंग्स अकाउंट भी कहा जा सकता है, जिसमें आपको चेकबुक, एटीएम, नेटबैंकिंग, क्रेडिट कार्ड आदि सुविधाएं मिलती हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि सैलरी अकाउंट पर बैंक की तरफ से आपको क्या-क्या फायदे मिलते हैं।
नौकरीपेशा लोगों को कंपनियां एक विशेष बैंक खाता प्रदान करती हैं जिसे सैलरी खाता कहा जाता है। यह खाता नियमित बैंक खाते से अलग होता है क्योंकि इसमें कई लाभ होते हैं। लेकिन इन लाभों के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। क्योंकि सामान्यतः बैंक न सैलरी खाते के लाभों के बारे में बताते हैं। एसबीआई सैलरी खाते पर कॉरपोरेट, हॉस्पिटल, होटल आदि के कर्मचारियों को कई तरह के लाभ प्राप्त होते हैं।
स्वतंत्र रूप से किए गए कर्मचारियों की सैलरी के हिसाब से, एसबीआई सैलरी अकाउंट में 4 वेरिएंट्स हैं - प्लेटिनम, डायमंड, गोल्ड और सिल्वर। 5 हजार से 20 हजार रुपये कमाने वाले कर्मचारी के लिए सिल्वर, 20 हजार से 50 हजार रुपये कमाने वाले कर्मचारी के लिए गोल्ड, 50 हजार से 1 लाख रुपये कमाने वाले कर्मचारी के लिए डायमंड और 1 लाख से अधिक कमाने वाले कर्मचारी के लिए प्लेटिनम वेरिएंट का खाता होता है। इसी वेरिएंट के हिसाब से आपको डेबिट कार्ड प्राप्त होगा। अपने खाते को अपग्रेड करने के लिए आपको बढ़ी हुई सैलरी का प्रमाण देना होगा। सैलरी अकाउंट के खोलने के बाद, आपको खाता संख्या प्रदान की जाएगी। कॉर्पोरेट इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से, कर्मचारी द्वारा सैलरी खाते में राशि जमा की जाएगी। कर्मचारी अपना सैलरी अकाउंट देश के किसी भी शाखा में खोल सकते हैं।
SBI सैलरी खाते के लाभ
- जीरो बैलेंस खाता
- किसी भी बैंक के एटीएम से मुक्त असीमित लेन-देन
- मुफ्त एटीएम कार्ड सहित कम डेबिट कार्ड
- संयुक्त खाताधारक के लिए एटीएम कार्ड
- मुफ्त इंटरनेट बैंकिंग
- मुफ्त मल्टीसिटी चेक
- लॉकर शुल्क पर 35% की छूट
- मुफ्त ड्राफ्ट, एसएमएस अलर्ट, ऑनलाइन NEFT/RTGS
- 2 महीने की वेतन पर ओवरड्राफ्ट की सुविधा
आइए जानते हैं कि सैलरी खाते के क्या फायदे हैं...
1. बैंक प्रदान करता है एक विशेष धन व्यवस्थापक
यदि आपके पास बहुत सारा पैसा है, तो आप वेल्थ सैलरी अकाउंट भी खोल सकते हैं। इसमें बैंक आपको एक विशेष धन व्यवस्थापक प्रदान करता है। यह व्यवस्थापक आपके बैंक से जुड़े सभी कामों का ध्यान रखता है।
2. नि: शुल्क इंटरनेट लेन-देन
कुछ बैंक पेरोल अकाउंट्स को क्रेडिट कार्ड, फ्री इंटरनेट ट्रांजेक्शन, ओवरड्राफ्ट, सस्ते लोन, चेक, पे ऑर्डर, और डिमांड ड्राफ्ट के साथ-साथ फ्री रेमिटेंस (विदेश से आने वाला पैसा) की सुविधा भी प्रदान करते हैं।
3. सैलरी अकाउंट से सेविंग्स अकाउंट में परिवर्तित होता है
यदि आपके बैंक को पता चले कि कुछ समय से आपके अकाउंट में सैलरी नहीं आ रही है, तो आपको मिली तमाम सुविधाएं वापस लौटाई जाती हैं और आपका बैंक अकाउंट नॉर्मल सेविंग्स अकाउंट की तरह ही जारी रखा जाता है।
4. अकाउंट में आसानी से ट्रांसफर होता है
दूसरे बैंक में अकाउंट बदलने के लिए भी सैलरी अकाउंट के मामले में बैंक इसका प्रोसेस आसान रखते हैं, जबकि इसमें कुछ शर्तें जरूर रखते हैं। सैलरी अकाउंट खोलने के लिए आपको किसी कॉरपोरेट, सरकारी विभाग या पीएसयू में काम करते होने की आवश्यकता है, और आपकी कंपनी के उस बैंक के साथ सैलरी अकाउंट रिलेशनशिप होनी चाहिए। साथ ही, ग्राहक के पास उसी बैंक में कोई और खाता नहीं होना चाहिए।
5. अन्य सुविधाएं क्या होती हैं?
बैंक आपको व्यक्तिगत चेकबुक प्रदान करता है, जिसमें प्रत्येक चेक पर आपका नाम छापा होता है। आप बिल भुगतान की सुविधा का लाभ उठा सकते हैं, या फिर फोन या इंटरनेट के माध्यम से भुगतान कर सकते हैं। सुरक्षित डिपॉजिट लॉकर, स्वीप-इन, सुपर सेवर सुविधा, मुफ्त पेबल-एट-पार चेकबुक, मुफ्त इंस्टालर्ट्स, मुफ्त पासबुक और मुफ्त ईमेल स्टेटमेंट जैसी विभिन्न सुविधाएं भी बैंक उपलब्ध कराता है।