SBI Bank- यह सूचित किया जाता है कि एसबीआई की वार्षिक जमा योजना एफडी से पूरी तरह अलग है। इसमें एक्सट्रा कमाई के लिए शानदार स्कीमें शामिल हैं। यह बताता है कि एफडी खाते में मूलधन और ब्याज में मैच्योरिटी होती है।
कहा जाता है कि बूंद-बूंद से ही घड़ा भरता है, और यह सत्य आम आदमी के दिनचर्या को भी प्रभावित करता है। निश्चित कमाई में से रोज़मर्रा के खर्चों को पूरा करने और भविष्य की योजनाओं के लिए उसे हर बार विवेकपूर्णता से जोड़कर प्रति दिन धीरे-धीरे जमा करना पड़ता है, तब जाकर वह सुरसा के मुंह की तरह लगातार बढ़ती महंगाई का सामना कर सकता है। क्योंकि नौकरीपेशेवरों की तनख्वाह महीने की 10 तारीख तक ही सीमित हो जाती है।
उसके बाद, सिर्फ 20 दिनों में ही यहां कुछ ऐसी स्कीमों की चर्चा है जो आम आदमी के लिए एक शानदार जुगाड़ हो सकती हैं, जो उनके 20 दिनों को चैन से बना सकती हैं। इसमें एक बेहतरीन जुगाड़ है भारतीय स्टेट बैंक की वार्षिक जमा योजना, जिसमें मासिक किस्तों और इंटरेस्ट में आय होती है।
SBI की वार्षिक जमा योजना के अंतर्गत, एक बार पैसा जमा करके इसे समान मासिक किस्तों और ईएमआई में प्राप्त किया जा सकता है। इस योजना में तिमाही आधार पर चक्रवृद्धि ब्याज की हिसाब की जाती है। यहां एक विशेष बात है कि प्रति महीने मिलने वाली इस कमाई में विशेष छूट भी शामिल है।
भारतीय स्टेट बैंक की वार्षिक जमा योजना में, आपको एकमुश्त राशि को एक बार में जमा करना होता है। इस राशि पर ब्याज और मूलधन के कुछ हिस्से को आप हर महीने नियमित आय के रूप में प्राप्त कर सकते हैं। इस स्कीम को मासिक वार्षिकी किस्त भी कहा जाता है और जमा की अवधि 3 साल, 5 साल, 7 साल, या 10 साल हो सकती है। ब्याज दर भी उसी अवधि की सावधि जमा के समान होती है। वरिष्ठ नागरिकों को सावधि जमा पर अतिरिक्त ब्याज दर मिलता है। इस योजना में न्यूनतम 25,000 रुपये की राशि जमा की जा सकती है और आप अपनी जमा राशि का 75 फिसदी तक लोन भी प्राप्त कर सकते हैं।
किस्तों में आय की विशेषता
- SBI की वार्षिक जमा योजना में, एकमुश्त राशि को एक बार में जमा करना आवश्यक है।
- इस राशि पर मिलने वाले ब्याज और मूलधन की कुछ हिस्से को आप हर महीने की किस्तों में प्राप्त कर सकते हैं।
- इस योजना में 36, 60, 84 या 120 महीने के लिए पैसा जमा किया जा सकता है और यहां जमा की गई राशि में कोई अधिकतम सीमा नहीं है।
- आप चाहें तो वार्षिक जमा योजना के तहत समय से पहले भी अपनी जमा राशि निकाल सकते हैं, और जमाकर्ता की मृत्यु के मामले में सीमा के बिना समय से पहले भुगतान की अनुमति है।
- इसके अलावा, 15,00,000 रुपये तक की जमा राशि के लिए समय से पहले भुगतान की अनुमति है।
- जिस ब्याज दर सावधान जमा योजना पर लागू होती है, वही इस वार्षिक जमा पर लागू होती है।
- वार्षिकी का भुगतान, जमा करने के बाद के महीने की तारीख को किया जाता है और विशेष मामलों में, वार्षिकी की शेष राशि के 75 प्रतिशत तक ओवरड्राफ्ट या ऋण प्रदान किया जा सकता है।