CIBIL Score: आपको बता दें कि अब लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए ही नहीं बल्कि क्रेडिट स्कोर की जरूरत आपको नौकरी के लिए भी पड़ने वाली है। अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा नहीं है तो एग्जाम पास करने के बावजूद भी आपको नौकरी नहीं मिलेगी। आइए नीचे खबर में जानते हैं इस मामले को विस्तार से।
जब भी आप कभी बैंक लोन या क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए गए होंगे, तो आपने क्रेडिट स्कोर का नाम जरूर सुना होगा। लेकिन अब लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए ही नहीं, बल्कि क्रेडिट स्कोर की जरूरत आपको नौकरी के लिए भी पड़ने वाली है। अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा नहीं है तो एग्जाम पास करने के बावजूद भी आपको नौकरी नहीं मिलेगी। आइए जानते हैं क्या है पूरा माजरा…
नौकरी नहीं मिलेगी!
वास्तव में, अब तक आपको क्रेडिट स्कोर की आवश्यकता सिर्फ लोन या कार्ड प्राप्त करने के लिए ही पड़ती थी। लेकिन अब नौकरी के लिए आपका क्रेडिट स्कोर अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह बात किसी निजी कंपनी की नहीं है, बल्कि सरकारी बैंकों ने अपने आवेदकों को सिर्फ खराब क्रेडिट स्कोर की वजह से अयोग्य ठहरा दिया है।
वित्तीय संस्थानों जैसे बैंकों का यह मानना है कि एक कर्मचारी तभी बेहतर वित्तीय योजना बना सकता है जब उसे इसके महत्व का ठीक से अहसास हो। इसलिए, बैंकों ने नियमित मानकों को तय करने की शुरुआत की है। यदि निर्धारित मानक से कम क्रेडिट स्कोर हो, तो बैंक ऐसे आवेदक के आवेदन को अस्वीकार कर देगा।
यहाँ पूरा मामला है
जॉब पोर्टल टीमलीज के वाइस प्रेसिडेंट, धृति प्रसन्न महंता, बताते हैं कि बैंकों के लिए सिलेक्शन प्रोसेस वाली संस्था, इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सनल सेलेक्शन (IBPS), ने अपनी भर्ती नीति में परिवर्तन किया है। अब बैंकों को उन आवेदकों की आवश्यकता है जिनका क्रेडिट स्कोर एक निर्धारित मानक को पूरा करता हो।
क्रेडिट स्कोर कितना होगा, यह जरूरी है
बैंकों ने कहा है कि जिन आवेदकों का क्रेडिट स्कोर 650 से कम है, उन्हें बैंक पीओ (प्रोबेशनरी ऑफिसर) और क्लर्क पद के लिए योग्य नहीं माना जाएगा। बैंकों का मानना है कि उनके पास काफी संवेदनशील फाइनेंशियल जानकारियाँ होती हैं और इसे हैंडल करने के लिए वित्तीय रूप से जिम्मेदार ट्रैक रिकॉर्ड वाले कर्मचारियों की जरूरत है।
विदेशी बैंकों ने भी इस प्रक्रिया को आरंभ किया है
डिजिटल लेंडिंग कंसल्टेंट पारिजात गर्ग के अनुसार, न केवल भारतीय बैंकों के, बल्कि मल्टीनेशनल कंपनियों ने भी अपनी यहां हायरिंग में सिबिल स्कोर का महत्व बढ़ा दिया है। सिटीबैंक, ड्यूश बैंक, टी-सिस्टम जैसे संस्थान भी नौकरी देने के लिए सिबिल स्कोर को ध्यान में रख रहे हैं।