सोमवार को गाजीपुर में 50 यात्रीगण से भरी बस पर हाईटेंशन तार गिर गया। इसमें बस में करंट के बाद भीषण आग लग गई। हादसे में 5 लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई, और 10 से अधिक लोग घायल हो गए हैं।
आग इतनी तेज थी कि कुछ ही मिनटों में पूरी बस राख हो गई। न केवल यही, जिन शवों को निकाला गया, वह भी बुरी तरह से जल गए हैं। उन्हें पहचान पाना मुश्किल है, और हादसे में मृत्यु की संख्या बढ़ सकती है।
बस मऊ के खिरिहा खाजा से बारात लेकर महाहर धाम की ओर रवाना हो रही थी। बस के सवार लोगों को पहले कुछ करंट की तेज झटके महसूस हुए। इसके बाद बस में आग लग गई। कुछ ही सेकेंडों में बस एक आगी गोली बन गई। किसी को बस से बाहर निकलने का कोई मौका नहीं मिला।
हादसे के बाद आस-पास के लोग जमा हो गए। कुछ लोग बस से भी कूदकर बाहर निकले। लेकिन, आग इतनी तेज थी कि कोई बस के पास नहीं जा सका। घटना से आक्रोशित लोग पुलिस पर आक्रमण किया। उन्होंने पथराव किया। इसके परिणामस्वरूप कई पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। लोगों का कहना था कि हाईटेंशन लाइन का तार नीचे लटक रहा था, जिससे हादसा हुआ। हादसे के बाद मौके पर पहुंचे डीएम-एसपी ने लोगों को समझाया। उन्होंने कहा कि हादसे की जिम्मेदारी प्रशासनिक लापरवाही से हुई है।
ऊर्जा मंत्री गाजीपुर के लिए रवाना
सीएम योगी ने ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा और अनिल राजभर से गाजीपुर जिला अस्पताल की ओर बढ़ने का निर्देश दिया है। ए.के. शर्मा ने लखनऊ से गाजीपुर की ओर यात्रा की है, जबकि अनिल राजभर गाजीपुर में ही उपस्थित थे और उन्होंने अस्पताल की दिशा में कदम बढ़ाया है।