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Basant Panchami 2024: छात्र सफलता प्राप्ति के लिए बसंत पंचमी पर क्या करें

Basant Panchami 2024: ज्ञान की देवी माता सरस्वती जी कला, संगीत, विद्या, बुद्धि की देवी है। बसंत पंचमी को माता सरस्वती जी की जयंती होती है। ज्ञान और विद्या प्राप्ति के लिए माता सरस्वती जी की पूजा, आराधना करनी चाहिए। क्या सिर्फ किसी एक दिन किसी देवी देवता को प्रसन्न करने या उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए पूजा आराधना करना श्रेष्ठ है? क्या ऐसा करने से सब कामनाएं पूर्ण होती है। हाँ, यह विचार, स्वार्थपूर्ण है, इसमें कोई संदेह नहीं है? 364 दिन आप किसी व्यक्ति को याद न करें, और एक दिन जयंती पर उसे याद कर, उसका दर्शन पूजन करें, तो क्या वह देव या देवी कृपा करेगी। एक मनुष्य तो इस स्थिति में कदापि कृपा न काएगा, परन्तु देवी देवता अहंकार से परे होते है। वो भक्त का भाव देखते है, वो विनम्र होते है, दयावान, करुणावान होते है, इसलिए वो भक्त के सब दोष भूलकर जो उनकी शरण में भक्ति भाव से आता है, वो उन पर कृपा अवश्य करते है।

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ईश्वर तो क्षमाशील होते है, पर भक्त को स्वार्थी होने से बचना चाहिए। निष्काम भक्ति से ईश्वर शीघ्र प्रसन्न होते है।

ईश्वर को प्रत्येक दिन, प्रत्येक क्षण, मन में रखना चाहिए। छात्रों को माता सरस्वती जी को हर समय अपने हृदय में रखना चाहिए। सच्चा भक्त वही है जो अपने इष्ट को कभी न भूले। ज्ञान और विद्या ग्रहण कर रहे छात्रों को माता सरस्वती जी का दर्शन, पूजन सदैव करना चाहिए। अध्ययन करने के साथ साथ जो छात्र माता सरस्वती जी का नित्य दर्शन पूजन करता है, उसकी बुद्धि, विवेक जागृत रहता है, ऐसे छात्र अनैतिक रूप से सफल होने का प्रयास कभी नहीं है। उसके विचार, सोच, और ज्ञान शुद्ध रहता है। प्राप्त ज्ञान समाज और, स्वयं के लिए उपयोगी होनी चाहिए। हम आज जो सीखें, वह कल हमारे लिए उपयोगी रहना चाहिए।

शिक्षण संस्थानों के द्वारा दिया जा रहा, विषयगत ज्ञान आजीविका का साधन सिद्ध न भी हो, परन्तु जिस विद्या पर माता सरस्वती जी का आशीर्वाद होता है, वह विद्या छात्र और समाज के लिए उपयोगी साबित होती है। बसंत पंचमी के दिन छात्र माता सरस्वती जी की पूजा आराधना करने से शिक्षा और ज्ञान उपयोगी रहता है, सफल होने के लिए परिश्रम हर छात्र को स्वयं करना चाहिए। विद्या उपयोगी होनी चाहिए, न की धन प्राप्ति का साधन मात्र।

बसंत पंचमी पर्व माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है। बसंत पंचमी पर्व माता सरस्वती जी की जयंती के नाम से भी जाना जाता है। वर्ष २०२४ में बसंत पंचमी तिथि १४ फरवरी, बुधवार के रहेगी। यह पर्व विशेष रूप से शिक्षा अध्ययन प्राप्त कर रहे छात्रों के लिए महत्त्व रखता है। शिक्षा काल में शिक्षार्थियों को अपने कमरे में माता सरस्वती जी का विग्रह(चित्र) अवश्य रखना चाहिए। छात्र इस दिन माता सरस्वती जी का आशीर्वाद प्राप्त कर, माता को सफ़ेद रंग के फूल अर्पित करें, और माता से उज्जवल भविष्य के लिए प्रार्थना करें। माता सरस्वती जी विद्या, बुद्धि और संगीत की देवी है। पुस्तकीय ज्ञान ले रहे छात्रों के अतिरिक्त संगीत जिसमें गायन, वादन और नृत्य की शिक्षा ले रहे साधकों को भी इस दिन माता सरस्वती जी की दर्शन पूजन कर, आशीर्वाद लेना चाहिए।

बसंत पंचमी पर छात्रों के लिए उपाय टोटके - 

पढ़ाई में मन लगने का उपाय

शिक्षा अध्ययन के कमरे में माता सरस्वती जी का चित्र लगाना चाहिए। प्रतिदिन स्नान कर माता को प्रणाम करें, 

माता का आशीर्वाद लेकर स्कूल या कॉलेज जाएँ। बसंत पंचमी तिथि को माता को धूप, दीप और पीले फूल और पीली मिठाई अर्पित करें। माता सरस्वती जी के मन्त्र- ॐ सरस्वत्यै नमः मंत्र का एक माला जाप करें। इससे माता प्रसन्न होती है।

विद्या आरम्भ करने वाले छात्रों के लिए उपाय

अक्षर ज्ञान का प्रारम्भ करने वालों छात्रों को माता सरस्वती जी के श्री चरणों में सिर झुकाना चाहिए। बालक अपने हाथ से फूल और मिठाई अर्पित करें। इससे बालक का मन पढ़ाई में लगता है।

सरस्वती मन्त्र का जाप 

ॐ ऎं सरस्वत्यै ऎं नमः मंत्र का 11 बार जाप शिक्षार्थी रोज करें। 

वाणी दोष वाले बालकों के लिए उपाय

जिन बालकों को वाणी दोष की समस्या है, उन बालकों को बांसुरी बजाने का प्रयास करना चाहिए। साथ ही ऊं ह्रीं श्री सरस्वत्यै नमः मंत्र का उच्चारण करने का प्रयास कराना चाहिए।

प्रथम बार बोलने वाले बालकों के लिए उपाय

जो बालक पहली बार बोल रहे है, उनकी जिव्हा पर शहद से लिखने से बालक पर सरस्वती जी का आशीर्वाद बना रहता है। इससे बालक यशस्वी और ज्ञानी बनता है, उसकी वाणी भी कोमल रहती है। 

उच्च शिक्षा पाने के उपाय

उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्रों को नित्य एक माला ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं सरस्वत्यै नमः मन्त्र का जाप करना चाहिए। मंत्र करने से पूर्व सरस्वती यन्त्र भी सम्मुख रखें। माता सरस्वती जी का ध्यान करने और मंत्र जाप करने से विवेक जागृत होता है। छात्र सदबुद्धिवान रहता है और सद्मार्ग पर चलता है।

छात्रों के लिए अचूक टोटका

बसंत पंचमी के दिन, घर के मंदिर में सुबह पूजा के समय एक नई कलम लाकर माता सरस्वती जी के चरणों में रख दे, कलम पर हल्दी, कुमकुम का तिलक लगाए, अक्षत चढ़ाएं, फूल की पत्तियां चढ़ाएं, धूप, दीप और मन के भाव चढ़ाएं। इस प्रकार कलम की पूजा करें। इस कलम को परीक्षा के समय लिखने के लिए प्रयोग करें।

पढाई के कमरे का वास्तु

देवी सरस्वती जी का दर्शन, पूजन करने के साथ-साथ छात्रों की पढ़ाई का कमरा वास्तु सम्मत होना चाहिए। अध्ययन कक्ष उत्तर दिशा में होना चाहिए। अध्ययन कक्ष में पढ़ाई की किताबें रखने कई अलमारी कमरे के अंदर उत्तर पूर्व दिशा में होनी चाहिए। छात्रों को सरस्वती मंत्र ॐ ऎं सरस्वत्यै ऎं नमः मंत्र का नित्य जाप करना चाहिए। 

पुस्तकों से जुड़ा उपाय

बसंत पंचमी के दिन छात्रों को माता सरस्वती जी का पूजन, दर्शन करते समय पूजा में पुस्तकों और लेखन सामग्री को भी पूजा में अवश्य रखें। 

बसंत पंचमी के अन्य टोटके

बसंत पंचमी पर शिक्षा से जुड़े उपाय करने के साथ साथ, जीवन की अन्य समस्याओं का निवारण करने के उपाय भी किये जा सकते है। आइये जानें कि इस दिन कौन से उपाय कर लाभ प्राप्त किया जा सकता है।

प्रेमियों के लिए टोटका

बसंत पंचमी के दिन प्रेमी वर्ग अपने साथी का ध्यान अपनी और आकर्षित करने के लिए 108 बार प्रात: इस मंत्र का जाप करें, और साथी के सामने मन ही मन 21 बार इस मंत्र का जाप करें।

मंत्र - ऊं नमः काम-देवायसकल जन सर्वजनान् मम् दर्शने उत्कण्ठितं कुरु कुरु, दक्ष इक्षु धर कुसुम-वाणेन हन हन स्वाहा।

रूठे हुए को मनाने का टोटका

अपने रूठे हुए साथी या प्रेमी या जीवन साथी को मनाने के लिए इस टोटके को प्रयोग करें। टोटके के लिए एक सफेद कागज़ ले, कागज़ पर क्लीं लिखें और इस कागज़ को अपने साथी के कपड़ों की अलमारी या साथी के पर्स में रख दें।

जब साथी मान जाए तो उसे बहते पानी में प्रवाहित कर दें। यह उपाय बसंत पंचमी के दिन करें। 

अविवाहितों के लिए टोटका

जो लोग लम्बे समय से जीवन साथी की तलाश कर रहे है, उन्हें बसंत पंचमी के शुभ दिन हवन करते हुए क्लीं मंत्र का जाप करें। हवन सामग्री के रूप में धान के लावे का दही के साथ प्रयोग करें। इससे जीवन साथी की तलाश जल्द पूर्ण होती है। 

वक्ता बनने का टोटका

जिन लोगों का करियर सभा में बोलने, वक्तव्य देने, या समूह को सम्बोधित करने के लिए, वक्ता बनाना हो तो यह टोटका करना चाहिए। यह उपाय सिर्फ बसंत पंचमी के दिन ही किया जा सकता है। बसंत पंचमी के दिन अनार की कलम को शहद में डूबोकर वक्ता बनने की चाह रखने वाले व्यक्ति या छात्र की जिव्हा पर "ऐं" लिखना चाहिए। इससे वाक् शक्ति मजबूत होती है।

संगीत से जुड़े लोगों के लिए उपाय

जो लोग संगीत और गायन से जुड़े हुए है, उन्हें विशेष रूप से बसंत पंचमी के दिन सरस्वती मन्त्र का जाप 108 बार करना चाहिए। साथ ही माता का दर्शन,पूजन करना चाहिए। इस दिन माता को पीले रंग के फूल चढाने चाहिए, माता को पीले रंग की मिठाई का भोग लगाना चाहिए, और पीले रंग के वस्त्र माता को अर्पित करने चाहिए। मंत्र - ऊं ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं सरस्वत्यै नमः। इस मंत्र का जाप नित्य प्रात: करने से संगीत और गायन के क्षेत्र में यश, सम्मान और धन की प्राप्ति होती है। 

दाम्पत्य जीवन को सुखमय रखने का उपाय

बसंत पंचमी के दिन दाम्पत्य जीवन में सुख शांति बनाए रखने के लिए देवी रति और कामदेव भगवान् का दर्शन, पूजन करना चाहिए। देवी रति और कामदेव को पुष्प अर्पित करते हुए, भोग भी लगाना चाहिए।

बसंत पंचमी पर छात्रों के लिए उपाय टोटके

पढ़ाई में मन लगने का उपाय

शिक्षा अध्ययन के कमरे में माता सरस्वती जी का चित्र लगाना चाहिए। प्रतिदिन स्नान कर माता को प्रणाम करें, 

माता का आशीर्वाद लेकर स्कूल या कॉलेज जाएँ। बसंत पंचमी तिथि को माता को धूप, दीप और पीले फूल और पीली मिठाई अर्पित करें।  माता सरस्वती जी के मन्त्र - सरस्वत्यै नमः मंत्र का एक माला जाप करें।  इससे माता प्रसन्न होती है।

विद्या आरम्भ करने वाले छात्रों के लिए उपाय

अक्षर ज्ञान का प्रारम्भ करने वालों छात्रों को माता सरस्वती जी के श्री चरणों में सिर झुकाना चाहिए। बालक अपने हाथ से फूल और मिठाई अर्पित करें। इससे बालक का मन पढ़ाई में लगता है।

सरस्वती मन्त्र का जाप 

ऎं सरस्वत्यै ऎं नमः मंत्र का 11 बार जाप शिक्षार्थी रोज करें। 

वाणी दोष वाले बालकों के लिए उपाय

जिन बालकों को वाणी दोष की समस्या है, उन बालकों को बांसुरी बजाने  का प्रयास करना चाहिए। साथ ही ऊं ह्रीं श्री सरस्वत्यै नमः मंत्र का उच्चारण करने का प्रयास कराना चाहिए।

प्रथम बार बोलने वाले बालकों के लिए उपाय

जो बालक पहली बार बोल रहे है, उनकी जिव्हा पर शहद से ॐ लिखने से बालक पर सरस्वती जी का आशीर्वाद बना रहता है। इससे बालक यशस्वी और ज्ञानी बनता है, उसकी वाणी भी कोमल रहती है। 

उच्च शिक्षा पाने के उपाय

उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्रों को नित्य एक माला ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं सरस्वत्यै नमः मन्त्र का जाप करना चाहिए।  मंत्र करने से पूर्व सरस्वती यन्त्र भी सम्मुख रखें। माता सरस्वती जी का ध्यान करने और मंत्र जाप करने से विवेक जागृत होता है। छात्र सदबुद्धिवान रहता है और सद्मार्ग पर चलता है।

छात्रों के लिए अचूक टोटका

बसंत पंचमी के दिन, घर के मंदिर में सुबह पूजा के समय एक नई कलम लाकर माता सरस्वती जी के चरणों में रख दे, कलम पर हल्दी, कुमकुम का तिलक लगाए, अक्षत चढ़ाएं, फूल की पत्तियां चढ़ाएं, धूप, दीप और मन के भाव चढ़ाएं। इस प्रकार कलम की पूजा करें। इस कलम को परीक्षा के समय लिखने के लिए प्रयोग करें।

पढाई के कमरे का वास्तु

देवी सरस्वती जी का दर्शन, पूजन करने के साथ-साथ छात्रों की पढ़ाई का कमरा वास्तु सम्मत होना चाहिए।  अध्ययन कक्ष उत्तर दिशा में होना चाहिए। अध्ययन कक्ष में पढ़ाई की किताबें रखने कई अलमारी कमरे के अंदर उत्तर पूर्व दिशा में होनी चाहिए। छात्रों को सरस्वती मंत्र ऎं सरस्वत्यै ऎं नमः मंत्र का नित्य जाप करना चाहिए। 

पुस्तकों से जुड़ा उपाय

बसंत पंचमी के दिन छात्रों को माता सरस्वती जी का पूजन, दर्शन करते समय पूजा में पुस्तकों और लेखन सामग्री को भी पूजा में अवश्य रखें। 

बसंत पंचमी के अन्य टोटके

बसंत पंचमी पर शिक्षा से जुड़े उपाय करने के साथ साथ, जीवन की अन्य समस्याओं का निवारण करने के उपाय भी किये जा सकते है। आइये जानें कि इस दिन कौन से उपाय कर लाभ प्राप्त किया जा सकता है -

प्रेमियों के लिए टोटका

बसंत पंचमी के दिन प्रेमी वर्ग अपने साथी का ध्यान अपनी और आकर्षित करने के लिए १०८ बार प्रात: इस मंत्र का जाप करें, और साथी के सामने मन ही मन २१ बार इस मंत्र का जाप करें।

मंत्र - ऊं नमः काम-देवाय। सकल जन सर्वजनान् मम् दर्शने उत्कण्ठितं कुरु कुरु, दक्ष इक्षु धर कुसुम-वाणेन हन हन स्वाहा।'

रूठे हुए को मनाने का टोटका

अपने रूठे हुए साथी या प्रेमी या जीवन साथी को मनाने के लिए इस टोटके को प्रयोग करें। टोटके के लिए एक सफेद कागज़ ले, कागज़ पर क्लीं लिखें और इस कागज़ को अपने साथी के कपड़ों की अलमारी या साथी के पर्स में रख दें।

जब साथी मान जाए तो उसे बहते पानी में प्रवाहित कर दें। यह उपाय बसंत पंचमी के दिन करें। 

अविवाहितों के लिए टोटका

जो लोग लम्बे समय से जीवन साथी की तलाश कर रहे है, उन्हें बसंत पंचमी के शुभ दिन हवन करते हुए क्लीं मंत्र का जाप करें। हवन सामग्री के रूप में धान के लावे का दही के साथ प्रयोग करें। इससे जीवन साथी की तलाश जल्द पूर्ण होती है। 

वक्ता बनने का टोटका

जिन लोगों का करियर सभा में बोलने, वक्तव्य देने, या समूह को सम्बोधित करने के लिए, वक्ता बनाना हो तो यह टोटका करना चाहिए। यह उपाय सिर्फ बसंत पंचमी के दिन ही किया जा सकता है। बसंत पंचमी के दिन अनार की कलम को शहद में डूबोकर वक्ता बनने की चाह रखने वाले व्यक्ति या छात्र की जिव्हा पर "ऐं " लिखना चाहिए। इससे वाक् शक्ति मजबूत होती है।

संगीत से जुड़े लोगों के लिए उपाय

जो लोग संगीत और गायन से जुड़े हुए है, उन्हें विशेष रूप से बसंत पंचमी के दिन सरस्वती मन्त्र का जाप 108 बार करना चाहिए। साथ ही माता का दर्शन,पूजन करना चाहिए। इस दिन माता को पीले रंग के फूल चढाने चाहिए, माता को पीले रंग की मिठाई का भोग लगाना चाहिए, और पीले रंग के वस्त्र माता को अर्पित करने चाहिए। मंत्र - ऊं ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं सरस्वत्यै नमः। इस मंत्र का जाप नित्य प्रात: करने से संगीत और गायन के क्षेत्र में यश, सम्मान और धन की प्राप्ति होती है। 

दाम्पत्य जीवन को सुखमय रखने का उपाय

बसंत पंचमी के दिन दाम्पत्य जीवन में सुख शांति बनाए रखने के लिए देवी रति और कामदेव भगवान् का दर्शन, पूजन करना चाहिए। देवी रति और कामदेव को पुष्प अर्पित करते हुए, भोग भी लगाना चाहिए।

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