SBI Sarvottam: देश का सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक, State Bank of India, अपने ग्राहकों को सर्वोत्तम ऑफर प्रदान कर रहा है। बैंक विशेष रूप से अपने वरिष्ठ नागरिक ग्राहकों को महत्वपूर्ण मानता है और उनके लिए कई योजनाएं भी लागू कर रहा है।
SBI बैंक वरिष्ठ नागरिकों के लिए उत्कृष्ट स्कीम लागू करते हुए, एक विशेष योजना का प्रचार-प्रसार कर रहा है। एसबीआई सर्वोत्तम योजना में 7.90 फीसदी का ब्याज प्रदान कर रहा है।
SBI प्रशिष्ट योजना
SBI की उत्कृष्ट योजना में पीपीएफ, एनएससी और पोस्ट ऑफिस की बचत योजनाओं के मुकाबले अधिक ब्याज प्रदान किया जा रहा है। इस योजना का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह केवल एक और दो साल की होती है, अर्थात आप अधिक समय में अधिक फंड जमा कर सकते हैं।
SBI Sarvottam योजना में ग्राहकों को 2 साल की अवधि के लिए एफडी पर 7.4 फीसदी का ब्याज प्रदान किया जा रहा है। यह ब्याज दर सामान्य जनता के लिए है। साथ ही, इसी योजना में सीनियर सिटीजन्स को 7.90 फीसदी का ब्याज प्राप्त हो रहा है। एक साल की अवधि के निवेश पर सामान्य जनता को 7.10 फीसदी और सीनियर सिटीजन्स को 7.60 फीसदी ब्याज मिल रहा है।
संचय ब्याज का लाभ होता है
सीनियर सिटीजन के लिए 15 लाख रुपये से 2 करोड़ रुपये से अधिक के 1 साल के सर्वोत्तम डिपॉजिट पर सालाना यील्ड 7.82 फीसदी है। वहीं, दो साल के डिपॉजिट के लिए यील्ड 8.14 फीसदी है। 2 करोड़ रुपये से 5 करोड़ रुपये तक की बल्क डिपॉजिट पर एसबीआई सीनियर सिटीजन को 1 साल के लिए 7.77 फीसदी और 2 साल के लिए 7.61 फीसदी ब्याज प्रदान कर रहा है। इस स्कीम में कंपाउंड इंटरेस्ट का लाभ मिलता है।
इस योजना से प्राप्त फायदे
एसबीआई सर्वोत्तम योजना में ग्राहक 15 लाख रुपये से लेकर 2 करोड़ रुपये तक निवेश कर सकते हैं। यह योजना उन लोगों के लिए सबसे अच्छी है जिनका रिटायरमेंट हो गया है और जिनके पास पीएफ फंड का पैसा है। उन्हें एसबीआई की इस योजना में निवेश करना चाहिए। इसमें 2 करोड़ रुपये से अधिक निवेश का भी विकल्प है, लेकिन ब्याज 0.05 फीसदी कम होता है। हालांकि, इस योजना में पैसा निवेश करने की समय सीमा वेबसाइट पर उपलब्ध नहीं है।
मैच्योरिटी से पहले पैसा निकाला नहीं जा सकता
एसबीआई सर्वोत्तम / SBI Sarvottam योजना में पहले से पैसा निकाला नहीं जा सकता। ये गैर-निकालनीय योजनाएं हैं, जिनमें पहले से पैसा नहीं लिया जा सकता। अगर पहले से पैसा निकाला जाता है, तो शुल्क लगेगा।