आज भारतीय रिजर्व बैंक (रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया) अपनी मॉनेटरी पॉलिसी का ऐलान करेगा, लेकिन इससे पहले ही देश का सबसे बड़ा निजी बैंक, एचडीएफसी बैंक, अपने ऋण की दरों को महंगा कर चुका है। एचडीएफसी बैंक ने कल मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लैंडिंग रेट्स (MCLR) में इजाफा कर दिया है, जिसके बाद बैंक के होम लोन, कार लोन, पर्सनल लोन जैसे ऋण महंगे हो गए हैं।
HDFC Bank ने एमसीएलआर को बढ़ा दिया - अब लोन और भी महंगे होंगे
एचडीएफसी बैंक ने अपने ग्राहकों को झटका दिया है क्योंकि इस बैंक के अधिकांश उपभोक्ता ऋणों के ब्याज दरें बढ़ गई हैं। यहां तक कि एचडीएफसी बैंक ने अपनी मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लैंडिंग रेट्स, अर्थात एमएलआर, में 10 बेसिस पॉइंट, अर्थात 0.10 फीसदी की वृद्धि की है, जिससे संबंधित सभी ऋणों के ईएमआई में आज से वृद्धि हो जाएगी। एचडीएफसी बैंक की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, यह खबर साझा की जा रही है।
जानिए, एचडीएफसी बैंक ने किस स्तर पर एमएलआर को बढ़ाया है
- बैंक की MCLR दरें अब विभिन्न टेन्योर वाले ऋणों के लिए 8.9 फीसदी से 9.35 फीसदी के बीच में हैं।
- बैंक का दैनिक MCLR या ओवरनाइट MCLR 0.10 फीसदी बढ़कर 8.9 फीसदी हो गया है।
- एक महीने का MCLR 10 बेसिस पॉइंट बढ़कर 8.95 फीसदी पर आ गया है।
- तीन महीने का MCLR 10 बेसिस पॉइंट बढ़कर 9.10 फीसदी पर आ गया है।
- छह महीने का MCLR 10 बेसिस पॉइंट बढ़कर 9.30 फीसदी पर आ गया है।
इसके अलावा, कंज्यूमर लोन से जुड़ा एक साल का एमसीएलआर भी 5 बेसिस पॉइंट बढ़ा दिया गया है और इसे 9.25 फीसदी से बढ़ाकर 9.30 फीसदी पर लाया गया है। बैंक का 2 साल का एमसीएलआर अब 9.30 फीसदी से बढ़कर 9.35 फीसदी पर आ चुका है और इसके अलावा 3 साल का एमसीएलआर बिना किसी बदलाव के 9.30 फीसदी पर बरकरार रखा गया है।
ये बैंक भी लोन को महंगा कर दिया है
पहले कई और बैंकों ने भी अपने लोनों की दरों में बढ़ोतरी की है। रिटेल लोनों की दर में इजाफा करने वाले बैंकों में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और बैंक ऑफ बड़ौदा शामिल हैं। आमतौर पर लोनों की दरों में बढ़ोतरी रेपो रेट में इजाफे के बाद देखने को मिलती है। लेकिन इस बार बैंकों ने रेपो रेट के स्थिर रहने के बावजूद यह इजाफा किया है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने लंबे समय से रेपो रेट को 6.50 फीसदी की दर पर बरकरार रखा है।
लोन कब से महंगा हो गया है?
7 फरवरी 2024 से एचडीएफसी बैंक की यह नई एमसीएलआर दर प्रभावी हो गई है और नए लोन लेने वालों पर यह पूरी तरह से लागू होगी।