अमेजॉन-फ्लिपकार्ट के साथ मुकाबला करने का इरादा करते हुए, सरकार ने अब आटा, दाल और चावल के बाद अब अगरबत्ती-टूथब्रश बेचने की योजना बनाई है। वर्तमान में, सरकार पीडीएस शॉप्स (सरकारी राशन की दुकानें) पर कंज्यूमर ड्यूरेबल प्रोडक्ट्स की ऑनलाइन बिक्री करने की योजना बना रही है और इसे टेस्ट कर रही है।
आने वाले दिनों में, सरकार के इस कदम से अमेजॉन और फ्लिपकार्ट / Amazon and Flipkart जैसी बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों को मजबूत प्रतिस्पर्धा का सामना करना होगा। सरकार का उद्देश्य है कि आने वाले दिनों में ओएनडीसी के माध्यम से कंज्यूमर ड्यूरेबल प्रोडक्ट्स की बिक्री हो। ओएनडीसी का लक्ष्य है कि यह ई-कॉमर्स में बड़ी कंपनियों के दबदबे को समाप्त करें, जैसे कि फ्लिपकार्ट और अमेजॉन। ओएनडीसी एक सरकारी ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म है जो सरकार द्वारा तैयार किया गया है। वर्तमान में, पीडीएस शॉप्स या सरकारी राशन की दुकानें PDS तंत्र के तहत राशन की बिक्री करती हैं।
इसे ऑनलाइन मार्ग से जोड़ा जाएगा
सरकार एक पायलट प्रोजेक्ट चला रही है जिसके तहत राशन की दुकानें ऑनलाइन बाज़ार से जुड़ाई जा रही हैं। इसका अर्थ है कि अब आप राशन की दुकानों से टूथब्रश, अगरबत्ती, और अन्य आवश्यक वस्त्र भी ऑनलाइन खरीद सकेंगे। यह कार्य सरकार के अपने ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म, ओएनडीसी के माध्यम से होगा।
वर्तमान में, यह परीक्षण के रूप में हिमाचल प्रदेश के ऊना और हमीरपुर ज़िलों में प्रयोग हो रहा है। यदि सब ठीक हुआ, तो इसे पूरे राज्य में लागू किया जाएगा। इससे राशन दुकानदारों को लाभ होगा, क्योंकि उन्हें अधिक ग्राहक मिलेंगे और वे बड़े रिटेलर्स के साथ आसानी से प्रतिस्पर्धा कर सकेंगे। जो लोग ऑनलाइन खरीदारी नहीं कर सकते, वे भी राशन की दुकान से ऑनलाइन आर्डर देने का विकल्प पाएंगे।
ऐसा होगा आरंभ
इस योजना को पहले हिमाचल प्रदेश में पूर्णतः लागू किया जाएगा। इसके बाद, इसे पूरे देश में प्रारंभ किया जाएगा। योजना के पूर्णतः लागू होने के बाद, ओएनडीसी का क्षेत्र विस्तार हो सकता है। इस योजना के परीक्षण का आरंभ 11 फेयर प्राइस शॉप से किया गया है। ओएनडीसी में पीडीएस शॉप को जोड़ने से अमेजॉन और फ्लिपकार्ट जैसी कंपनियों को बड़ी चुनौती हो सकती है।