यदि आप किसी नौकरी में हैं, तो आपने अपनी सैलरी स्ट्रक्चर को देखा होगा। आपकी प्रतिमहीने सैलरी से EPFO की ओर से चलाई जाने वाली योजना EPF (कर्मचारी प्रोविडेंट फंड) में धन जाता है। संगठित सेक्टर के कर्मचारियों के लिए EPF में प्रतिमहीने 12 फीसदी की कटौती के साथ सेवानिवृत्ति का निधि तैयार होता रहता है।
रिटायरमेंट फंड को छोड़कर, EPF के अनेक अन्य लाभ भी हैं। इनमें से कुछ लाभ ऐसे हैं जो लगभग सभी कर्मचारी जानते हैं, लेकिन कुछ ऐसी बातें भी हैं, जिनपर या तो लोगों का ध्यान नहीं जाता है, या फिर पता ही नहीं होता। हम यहां आपको EPF के ऐसे ही 7 विशेषताओं या लाभों की जानकारी देने जा रहे हैं।
1. पेंशन का फायदा- प्रॉविडेंट फंड के अंतर्गत आपका धन दो भागों में जमा होता है - ईपीएफ या इंप्लॉई प्रॉविडेंट फंड और ईपीएस या इंप्लॉई पेंशन स्कीम। जिस रूप में आपकी सैलरी से 12 फीसदी काटी जाती है, उसी रूप में 12 फीसदी आपकी कंपनी देती है। कंपनी के योगदान से पेंशन कोर्पस बनता है। हालांकि, पेंशन की पात्रता 58 वर्ष की आयु के बाद ही होती है, और इसके लिए कम से कम 10 वर्ष की नौकरी की आवश्यकता है। न्यूनतम पेंशन राशि 1,000 रुपये होती है।
2. नॉमिनेशन का फायदा- हाल ही में, ईपीएफओ ने इस सुविधा के लिए सदस्यों से बार-बार नॉमिनेशन कराने की अपील की है। आप अपने ईपीएफ खाते से किसी भी व्यक्ति को नॉमिनी बना सकते हैं, और सदस्य की मौत पर नॉमिनी को पीएफ के धन मिलते हैं।
3. VPF में भी निवेश- EPF के अलावा, कर्मचारी VPF या वॉलंटरी प्रॉविडेंट फंड में भी निवेश कर सकते हैं। आप अपनी बेसिक सैलरी से अतिरिक्त योगदान के रूप में VPF में धन जमा कर सकते हैं।
4. पैसे निकालने के Rule- ईपीएफ से धन निकालने के कई नियम होते हैं। यह गलत है कि जब भी आप अपनी नौकरी बदलते हैं, तो आप आसानी से ईपीएफ अकाउंट से पैसा निकाल सकते हैं, ऐसा नहीं है। आप ईपीएफ के पैसे निकाल सकते हैं केवल तब, जब आप दो महीने से ज्यादा समय से नौकरी नहीं कर रहे हों। पैसे ट्रांसफर भी केवल तब किए जा सकते हैं, जब आप नई नौकरी प्राप्त कर लें।
5. आंशिक निकासी- इसके अतिरिक्त, आंशिक निकासी के लिए भी विशेष नियम होते हैं। आप सम्पूर्ण राशि को नहीं निकाल सकते, लेकिन आप अकाउंट से निशित सीमा तक पैसे निकाल सकते हैं। आप अपनी शादी, भाई-बहनों की शादी या अपने बच्चों की शिक्षा के लिए पैसे निकाल सकते हैं, लेकिन खाता 7 साल बाद ही 50 फीसदी राशि तक ही निकाल सकते हैं।
अपने या अपने परिवार के किसी बड़े सर्जरी या इलाज के लिए भी पैसे निकाले जा सकते हैं, चाहे वह घर बनवाने, खरीदने या घर को रेनोवेट करवाने के लिए हो।
6. EPF पर ब्याज- EPF पर आपको प्रति वर्ष ब्याज मिलता है, जो संयंत्रित होता है। वर्तमान में सरकार EPF पर 8.15% वार्षिक ब्याज प्रदान कर रही है। हालांकि, EPS संरचित कंपनियों पर कोई लाभ नहीं होता, जिसका मतलब है कि जितना धन जमा होता है, उतना ही लाभ मिलता है।
7. लाइफ इंश्योरेंस- यदि किसी कंपनी में जीवन बीमा लाभ नहीं है, तो वहां के कर्मचारियों को EDLI (कर्मचारी जमा संबंधित बीमा) योजना के तहत जीवन कवरेज प्रदान किया जा सकता है। हालांकि, इसमें कवरेज कम होता है।