जब भी आपको एक Lone की आवश्यकता होती है, बैंक या लोन प्रदाता सबसे पहले आपका सिबिल स्कोर (CIBIL Score) पूछता है। ऐसे में, यदि आपका सिबिल स्कोर कम है, तो आपको ऋण प्राप्त करने में कठिनाई हो सकती है या फिर उच्च ब्याज दर पर Lone का विकल्प दिया जा सकता है।
CIBIL स्कोर 300 से 900 के बीच होता है, जिसमें 750 से ऊपर का क्रेडिट स्कोर आपके क्रेडिट कार्ड या ऋण के आवेदन को मंजूर करने में सहायक होता है। अगर आपका सिबिल स्कोर 650 या उससे कम है, तो आपको नए ऋण को प्राप्त करने में कठिनाई हो सकती है।
1. अधिक क्रेडिट यूटिलाईजेशन रेश्यो होना
क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो (CUR) वह प्रतिशत है जिसमें कुल उपलब्ध क्रेडिट सीमा में उपयोग किए गए कुल क्रेडिट का प्रतिशत होता है, जो सभी क्रेडिट उत्पादों के लिए लागू होता है। आपको 30 प्रतिशत से कम का CUR बनाए रखना चाहिए। सरल भाषा में कहें तो, आपको अपनी क्रेडिट लिमिट का केवल 30 प्रतिशत ही उपयोग करना चाहिए। मान लीजिए, आपकी क्रेडिट लिमिट 1 लाख रुपये है, तो आपको उसमें से केवल 30,000 रुपये ही उपयोग करना चाहिए।
2. खराब क्रेडिट मिश्रण होना
यदि आपने पहले होम लोन, पर्सनल लोन और अन्य विभिन्न प्रकार के ऋण लिए हैं, तो ऐसा करने से आपका सिबिल स्कोर बेहतर होता है क्योंकि यह आपकी विभिन्न प्रकार के क्रेडिट को जिम्मेदारी से संभालने की आपकी क्षमता को प्रतिष्ठित करता है।
हालांकि, अगर आपके पास विभिन्न क्रेडिट उत्पादों (सुरक्षित या असुरक्षित ऋण) का संतुलित मिश्रण नहीं है, तो आपका सिबिल स्कोर थोड़ा कम हो सकता है, हालांकि इससे सिबिल स्कोर पर अधिक प्रभाव नहीं पड़ता।
3. बिल चुकाने में देरी करना
सिबिल स्कोर कम होने की प्रमुख कारण यही है। यदि आप अपने क्रेडिट कार्ड का बिल समय पर नहीं भरते हैं, तो आपका सिबिल स्कोर तेजी से कम हो सकता है। हालांकि, एक बार बिल भरना टाइम से छूट जाने पर सिबिल स्कोर पर बड़ा प्रभाव नहीं डालता है, लेकिन इसे बार-बार अनधिकारित छोड़ने से आपका सिबिल स्कोर खराब श्रेणी में जा सकता है।
4. एक समय में कई क्रेडिट आवेदन करना
यदि आप कम समय में कई बार नए लोन और क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करते हैं, तो हर बार आपका सिबिल स्कोर चेक होता है, जिससे आपका क्रेडिट स्कोर प्रभावित होता है। क्योंकि आपके द्वारा दी गई सभी आवश्यक जानकारी सिबिल रिपोर्ट में दर्ज की जाती है और आखिरकार आपका सिबिल स्कोर कम हो सकता है।
5. CIBIL रिपोर्ट में त्रुटियां होना
सिबिल रिपोर्ट में त्रुटियां जैसे गलत खाता विवरण, डुप्लिकेट खाता, गलत ऋण शेष, बकाया शेष में त्रुटि, रिपोर्ट किए गए सक्रिय ऋण/क्रेडिट में त्रुटियां, आदि आपके CIBIL स्कोर पर विपरीत प्रभाव डाल सकती हैं।
आपको नियमित अंतराल पर अपनी सिबिल रिपोर्ट की जाँच करनी चाहिए, और यदि कोई त्रुटि मिलती है, तो उसे तुरंत सही कर लेना चाहिए।