भारतीय जीवन बीमा निगम, यानी एलआईसी (LIC), ने एक नई पॉलिसी लॉन्च की है जिसका नाम 'इंडेक्स प्लस' है। इस पॉलिसी के यूनिट लिंक्ड होने के कारण लोगों को बेहतर रिटर्न मिलेगा और साथ ही उन्हें लाइफ इंश्योरेंस के भी फायदे / Life Insurance Benefits होंगे। इस पॉलिसी में लोग 6 फरवरी से निवेश करना शुरू कर सकते हैं। चलिए, इसकी कुछ खासियतें जानते हैं।
भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी के इस यूनिट लिंक्ड पॉलिसी के लिए आपको नियमित प्रीमियम भरना होगा। यह एक नॉन-पार्टिसिपेटिंग व्यक्तिगत बीमा (Non-Participating Individual Insurance) प्लान होगा। इस प्लान को केवल भारतीय बाजार को ध्यान में रखकर ही लॉन्च किया गया है।
एलआईसी ने इसे सोमवार को यह पॉलिसी लॉन्च की है। कंपनी के बयान के मुताबिक इस पॉलिसी में लोगों को पूरे पॉलिसी अवधि के लिए लाइफ इंश्योरेंस और बचत दोनों की सुविधा मिलेगी।
इससे अच्छे रिटर्न का लाभ मिलेगा
एलआईसी बताती है कि इस पॉलिसी में आपके वार्षिक प्रीमियम का एक निश्चित हिस्सा यूनिट फंड में निवेश किया जाएगा, जिसका इस्तेमाल यूनिट्स खरीदने में किया जाएगा। इस राशि को जिस यूनिट फंड में निवेश किया जाएगा, उसमें गारंटीड रिटर्न मिलेगा। हालांकि यह कार्रवाई आपकी पॉलिसी के निर्दिष्ट अवधि को पूरा करने के बाद की जाएगी।
यूनिट्स को बीच में रिडीम किया जा सकता है
LIC ने इस पॉलिसी के साथ आपको एक अतिरिक्त सुविधा प्रदान की है, जिसके अनुसार 5 साल के 'लॉक-इन' अवधि के पूरा होने के बाद आप किसी भी समय यूनिट्स के एक हिस्से को रिडीम कर सकेंगे। यह कुछ शर्तों पर निर्भर करेगा।
पॉलिसी में निवेश कैसे किया जाएगा?
- एलआईसी इंडेक्स प्लस पॉलिसी को 90 दिन के बच्चे के नाम से भी खरीदा जा सकता है। जबकि इसमें एंट्री करने की मैक्सिमम आयु 50 या 60 वर्ष (सबसे करीबी जन्मदिन) तक है।
- पॉलिसी की न्यूनतम मैच्योरिटी आयु 18 वर्ष है। अधिकतम आयु 75 से 85 वर्ष तक है (सबसे करीबी जन्मदिन तक)। अधिकतम आयु स्तर पर एंट्री और मैच्योरिटी अवधि उनके बेसिक सम एश्योर्ड यानी बीमा की राशि पर निर्भर करेगी।
- इस पॉलिसी में आपका प्रीमियम आपके बेसिक सम एश्योर्ड के आधार पर निर्धारित होगा। इसका कैलकुलेशन ऐसा होगा कि आपके वार्षिक प्रीमियम का 7 से 10 गुना होगा।
- लोग इसे मासिक या वार्षिक आधार पर प्रीमियम भर सकेंगे। वार्षिक प्रीमियम की रेंज लगभग 30,000 रुपए के आसपास होगी।
- इस नीति में न्यूनतम मैच्योरिटी अवधि 10 वर्ष होगी, जबकि अधिकतम मैच्योरिटी अवधि 25 वर्ष होगी। इसमें आपके यूनिट फंड को कहां निवेश किया जाए, उसके लिए आपको 2 विकल्प मिलेंगे। आप फ्लेक्सी ग्रोथ फंड या फ्लेक्सी स्मार्ट ग्रोथ फंड में से चुन सकेंगे। इन्हें NSE Nifty 100 इंडेक्स या NSE Nifty 50 इंडेक्स में निवेश किया जाएगा।
- पॉलिसी की मैच्योरिटी पर लोगों को उस समय की वैल्यू के बराबर यूनिट फंड की राशि वापस कर दी जाएगी।
- यदि किसी व्यक्ति की पॉलिसी की अवधि के दौरान मृत्यु हो जाती है, तो उसके परिजनों को बीमा राशि और बोनस का भुगतान किया जाएगा। लोग इस पॉलिसी के साथ एक्सिडेंटल डेथ बेनेफिट राइडर का लाभ उठा सकते हैं।