गाजीपुर के प्रिंस कुमार ने UPPSC में 31वीं रैंक हासिल करके सफलता प्राप्त की है। उनके इस उपलब्धि पर उनके बड़े पिता रणजीत यादव ने अपनी खुशी व्यक्त की है। इसके साथ ही, उनके आवास पर बधाई देने वाले लोगों का समृद्धि भरा स्वागत हो रहा है।
मूल रूप से गाजीपुर के दिलदारनगर (खजूरी गांव) में निवासी श्रीनिवास सिंह और कमला देवी के पुत्र प्रिंस कुमार ने अपनी प्राथमिक शिक्षा क्षेत्र के स्कूल से पूरी की है। प्रिंस ने बताया कि उन्होंने हाईस्कूल-2007 और इंटरमीडिएट-2009 की परीक्षा क्रिसेंट कॉन्वेंट स्कूल दिलदारनगर से उत्तीर्ण की थी। उच्च शिक्षा में NIT सूरत से 2010-2014 तक बीटेक की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने नेट की परीक्षा पास की। इसके बाद 2 साल तक नौकरी करने के साथ प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी शुरू की। उन्होंने 2017 में नौकरी छोड़कर सिविल सेवा की तैयारी में लग जाएगी।
मीडिया के साथ प्रिंस ने साझा किया कि दिल्ली में एक वर्ष कोचिंग के पश्चात तीन बार प्रयास किया, परंतु कुछ नंबरों में असफल रहे। उन्होंने बताया कि एक वर्ष कोचिंग के बाद, घर में रहकर सेल्फ स्टडी का कार्य शुरू किया। उन्होंने चौथे प्रयास में 31वीं रैंक हासिल करके एसडीएम के पद पर चयन होने की खुशी व्यक्त की है।
प्रिंस ने बताया कि उन्होंने कभी भी अपनी हार से हताश नहीं हुए हैं। करीब पांच बार मेंस और चार बार इंटरव्यू देने के बाद, अंत में उन्होंने सफलता प्राप्त की है। प्रिंस बताते हैं कि संघर्ष ही जीवन का हिस्सा है। जीवन में जितना संघर्ष करते हैं, उतना ही सफलता आपके कदमों को छूने का मौका देता है।
उन्होंने युवा पीढ़ी से कहा है कि काम करें, फल की चिंता ना करें। आज के परिवेश में सोशल मीडिया का दुष्प्रभाव युवा पीढ़ी पर बहुत असरदार हो रहा है। उन्होंने अपने भविष्य की चिंता छोड़ दी है। सभी युवाओं से अपील की जा रही है कि सोशल मीडिया से दूर रहें और अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सजग रहें।