गाज़ीपुर में 61 साल पुराने दिलदारनगर-ताडीघाट रेल रूट को शहर से रेल लाइन के जरिए जोड़ने की लंबे समय से प्रतीक्षित मांग बहुत जल्द पूरी होने वाली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 1766 करोड़ रुपये की पहले चरण की 9,600 किमी और दूसरे चरण की 200 करोड़ रुपये की लागत वाली 7 लंबी नई रेल लाइन का उद्घाटन जल्द होने की संभावना तेज हो गई है। अभी तक आधिकारिक तौर पर तिथि निर्धारित नहीं है, लेकिन इसके बावजूद फरवरी महीने में नई रेल लाइन का उद्घाटन किया जा सकता है।
वहीं, सत्ताधारी भाजपा लोकसभा चुनाव 2024 के घोषणा से पहले इसके उद्घाटन पर पूरी तरह से गंभीर है। इससे मतदाताओं को पार्टी के पक्ष में आसानी होगी। इस नई परियोजना के शुरुआत के बाद अब यात्रियों को ट्रेन पकड़ने या टिकट लेने के लिए किसी अन्य स्टेशन पर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। जो यातायात की दृष्टि से काफी बेहतर होगा।
यह बताया गया है कि दिलदारनगर-ताड़ीघाट ब्रांच लाइन, जो पूर्व मध्य रेलवे दानापुर के तहत आती है, उसने पूर्वोत्तर रेलवे लाइन से 4 महीने पहले ही जुड़ लिया है। पहले चरण की सोनवल से सिटी स्टेशन जाने वाली नई लाइन का स्पीड ट्रायल, सीआरएस, लोड टेस्टिंग का काम पहले ही पूरा हो गया है। ट्रेनों की लेटलतीफी का इंतजार है, जबकि दूसरे चरण के करीब 7 किमी लंबी 200 करोड़ वाली सोनवल से अकरमपुर तक जाने वाली नई लाइन का काम भी 95 फीसदी पूरा हो गया है।
यहाँ (एसएनटी) सिग्नल और टेलीकाम का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। यह नई बाइपास रेल लाइन रेल इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में महत्वपूर्ण होगी। बलियां छपरा, दिल्ली हावड़ा और गया रूट पर किसी भी समस्या के मामले में इस बाइपास नए रेल मार्ग से ट्रेनों के निर्बाध संचालन में काफी सहायक होगी। साथ ही, अन्य रेल मार्गों पर ट्रेनों के दबाव को भी कम करने में मदद मिलेगी, जिससे ट्रेनों की गति को बढ़ाया जा सकेगा। इसके साथ ही, ट्रेनों के लेटलतीफी में भी काफी सुधार किया जा सकेगा।
आरवीएनएल (रेल विकास निगम लिमिटेड) के परियोजना निदेशक जीवेश ठाकुर ने बताया कि सिटी और घाट की दोनों नई रेल लाइनों का उद्घाटन एक साथ कराने की तैयारी है, यहाँ दूसरे चरण की 7 किमी लंबी लाइन का काम भी करीब 95 फीसदी पूरा हो चुका है।