ताड़ीघाट-गाजीपुर-मऊ नई रेल लाइन विस्तारीकरण परियोजना के पहले चरण का काम इस महीने समाप्त होने की संभावना है। 17 या 20 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इसका उद्घाटन किया जा सकता है।
इसके बाद, यह रेल मार्ग दिल्ली-हावड़ा, वाराणसी-बलिया-छपरा, और गोखपुर-भटनी रेल लाइनों से सीधे जुड़ जाएगा। नई रेल लाइन पर सीआरएस दौरा के साथ इंजन संचालन पूरा हो चुका है, और अब ट्रेनों का संचालन शुरू होने की प्रतीक्षा की जा रही है।
14 नवंबर 2016 को, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ताड़ीघाट-मऊ नई रेलखंड के विस्तारीकरण परियोजना की शिलान्यास किया था। ताड़ीघाट-गाजीपुर-मऊ परियोजना को दो चरणों में पूरा किया जाएगा, पहला चरण सोनवल से गाजीपुर सिटी व गाजीपुर घाट तक और दूसरा चरण गाजीपुर घाट से मऊ तक।
नई रेल लाइन और गंगा पर रेल सहरोड पुल तैयार हैं
पहले चरण में, कोलकाता-दिल्ली मुख्य रेल मार्ग पर स्थित दिलदारनगर स्टेशन से सोनवल-गाजीपुर सिटी स्टेशन पर नई रेल लाइन और गंगा पर रेल सहरोड पुल तैयार हैं। पिछले साल में ही सीआरएस (कमिश्नर आफ रेलवे सेफ्टी) का दौरा, डीजल और इलेक्ट्रिक इंजन के सफल स्पीड ट्रायल का सम्पन्न हुआ है।
आधारशिला प्रधानमंत्री ने रखी है, तो उसका उद्घाटन भी उन्हीं के हाथों होने का निश्चित है। 17 दिसंबर को वाराणसी में, पीएम नरेन्द्र मोदी के हाथों कई परियोजनाओं का लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान, आरवीएनएल ने इसका उदघाटन कराने की पूरी तैयारी की थी, लेकिन सही मौके पर पीएमओ ने इसका उदघाटन रोक दिया गया है।
संभावना है कि प्रधानमंत्री के आगमन के साथ ही इसका लोकार्पण होगा। वैसे, यह 17 या 20 फरवरी को भी हो सकता है। उसी समय, आरवीएनएल (रेलवे विकास निगम लि.) के प्रोजेक्ट मैनेजर जीवेश ठाकुर ने बताया कि जनवरी तक प्रोजेक्ट का कार्य पूरा हो जाएगा। उद्घाटन की तिथि को पीएमओ के स्तर पर निर्धारित किया जाएगा।
गाजीपुर सिटी स्टेशन पर कई रूटों का जंक्शन बनेगा
इस नई रेल लाइन की शुरुआत होने पर, पटना, दिल्ली, और कोलकाता की ट्रेनें इस स्थान से संचालित की जा सकेंगी। यह रेल लाइन दिल्ली-हावड़ा, वाराणसी-बलिया-छपरा, और भटनी रूट को एक साथ जोड़ेगी। इस लाइन का प्रयोग बाईपास रूट के रूप में भी किया जा सकता है, जिससे कई जिले सीधे फायदा हो सकता है। रेल यातायात में सुधार से जिले में व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
- ताड़ीघाट-गाजीपुर-मऊ रेललाइन विस्तारीकरण परियोजना का क्षेत्रफल 51 किमी है।
- 1766 करोड़ रुपये में इसे दो चरणों में पूरा किया जाएगा।
- 9.6 किमी पहले चरण में रेललाइन परियोजना पूरी होगी।
- 11 मार्च 2023 को डीजल इंजन का ट्रायल संपन्न हुआ था।
- 31 मार्च 2023 को इलेक्ट्रिक इंजन का ट्रायल संपन्न हुआ था।