गाजीपुर के जंगीपुर नगर पंचायत को बने हुए लगभग 30 साल बीत चुके हैं। गोरखपुर-गाजीपुर मार्ग, जो वाराणसी-गोरखपुर-फोरलेन से कटकर गाजीपुर शहर को जाता है, उसमें छोटी गाड़ियों सहित बड़े ट्रकों की भी आवाजाही सुनी जाती है। इसके परिणामस्वरूप, यहां आए दिन जाम की स्थिति बनी रहती है, जिसके कारण लोगों को विभिन्न प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीण क्षेत्र से शहर के लिए लोग प्रतिदिन अपने आवश्यक कार्यों के लिए निकलते हैं। इस जाम की समस्या से कई जरूरी कार्य भी ठप्प हो जाते हैं। कई बार छोटी-मोटी घटनाएं भी होती रहती हैं। ट्रैक्टरों और ट्रक्स जैसे भारी वाहनों के ओवरलोड और भरी-भरकम सड़कों के कारण पूरा मार्ग जाम में बदल जाता है। जंगीपुर नगर पंचायत गाजीपुर तहसील क्षेत्र से लगभग 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, लेकिन दुर्भाग्यवश, इस सड़क का यातायात करने में लोगों को 1 घंटे तक का समय लगता है।
पूर्वांचल की सबसे बड़ी मंडी जंगीपुर में स्थित है। यहां बलिया, गोरखपुर, बिहार, वाराणसी, मऊ सहित अन्य जिलों से व्यापारी खरीद-फरोख्त के लिए आते हैं। मंडी परिसर में सीमित पार्किंग है, लेकिन बड़ी-बड़ी गाड़ियां सड़क किनारे खड़ी कर दी जाती हैं। व्यापारियों और समिति के बीच दो पहिया और चार पहिया वाहन से जिले में आने-जाने वाले लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
लोग कह रहे हैं कि सड़क किनारे, छोटे-मोटे दुकानदार और ठेला खुमचा वाले, अपनी दुकान को सजाकर बैठ जाते हैं, जिससे ट्रक और चार पहिया वाहनों के बीच जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। इसके बावजूद, गोरखपुर से वाराणसी के लिए बनी फोर-लेन सड़क से भारी वाहनों को जिले में आने-जाने के लिए आसानी से चलाया जा सकता है, जिससे जंगीपुर क्षेत्र में जाम की स्थिति को कम किया जा सकता है।
इस समस्या के संबंध में, जंगीपुर थानाध्यक्ष अमित कुमार पांडे ने बताया है कि इस रास्ते से किसी भी ट्रक, कंटेनर या भारी वाहन को जाने के लिए कोई आदेश जारी नहीं है। अगर कोई आदेश प्राप्त होता है, तो उसका कड़ाई से पालन किया जाएगा।