गाजीपुर के जमानियां में, प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट के अंतर्गत, सोनवल में लगभग 25 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले नए सोनवल स्टेशन पर सात साल बाद भी यात्रीगण के लिए आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं। पानी की टोटी नहीं है, शौचालय, बैठने के लिए बेंच, आरक्षित टिकट जैसी मूलभूत सुविधाएं कभी-कभी अनुपस्थित हैं। इसके परिणामस्वरूप, यहां आने वाले यात्रीगण को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
हैरानी की बात यह है कि बीते अक्टूबर महीने में, स्टेशन के निरीक्षण के लिए दानापुर डिवीजन के डीआरएम जयंत कुमार चौधरी ने सख्त निर्देश दिया था कि यात्रीगण के लिए सभी आवश्यक सुविधाओं को हर हाल में नए साल से पहले पूरा किया जाए, हालांकि उनके निर्देशों का पालन करने की जिम्मेदारी उन्होंने अपने आदेशों को सख्ती से पालन करते हुए बचाए रखे हैं।
स्थानीय निवासी ने बताया कि प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल नवनिर्मित स्टेशन पर रेलवे के अधिकारी यात्री सुविधाओं के संबंध में अत्यधिक ढुलमुल रवैया अपना रहे हैं, लेकिन इससे यहां आने वाले यात्रीगण को इसका अभी तक लाभ नहीं हो पा रहा है। लोगों ने मांग की है कि प्रोजेक्ट की महत्ता को देखते हुए सुविधाओं का शीघ्र विस्तार किया जाए, ताकि इससे यहां आने वाले यात्रीगण को भी लाभ हो सके।
जनसमुदाय ने बताया कि न केवल स्टेशन पर आने वाले मार्ग का निर्माण पूरा नहीं हुआ है, बल्कि सर्कुलेटिंग एरिया का भी निर्माण अभी तक संपन्न नहीं हुआ है। इसके अलावा, यहां लगाई गई करीब 180 लाइटों में से आधी लाइटें ही जलती हैं, जिसके कारण रात के समय स्टेशन पर आने वाले यात्रीगण को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। स्टेशन का आधा हिस्सा अंधकार में डूबा रहता है। आरवीएनएल के मुख्य परियोजना प्रबंधक विकास चंद्रा ने बताया कि अगले महीने तक यात्रियों के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं पूरी कर दी जाएंगी, हर हाल में।