गाजीपुर में पूर्व मध्य रेलवे दानापुर मंडल के अंतर्गत आने वाले सोनवल से दिलदारनगर ब्रांच लाइन पर काम कर लिया गया है। इस क्षेत्र में पीक्यूआरएस तकनीक से पुरानी रेल पटरियों और स्लीपरों को बदलने का काम 5 करोड़ रुपये की लागत से पूरा हो गया है। अब केवल लाइन की पैकिंग का काम शेष है, जिसके बाद इस रूट पर ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा।
इस ब्रांच लाइन के शुरू होने से पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट, ताड़ीघाट-गाजीपुर रेल रूट पर ट्रेनों को रफ्तार मिलेगी। यह काम 9 मार्च 2023 को शुरू हुआ था और 23 अप्रैल तक मात्र 45 दिनों में पूरा करने का लक्ष्य था, लेकिन रेलवे और कार्यदायी संस्था की लापरवाही के चलते इस काम को पूरा करने में 6 महीनों का समय लग गया था।
ब्रांच लाइन के बीच में अब लाइन के एमएफआई ट्रैक टैंपिंग मशीन से पैकिंग का काम शेष बचा हुआ है और उम्मीद है कि इसे भी जल्दी पूरा किया जाएगा। इसके बाद ब्रांच लाइन से होकर नई लाइन होते हुए ट्रेनों का संचालन शुरू होने की उम्मीद है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, इसका टेंडर फरवरी 2023 में जारी किया गया था।
इसके बाद, इस काम को मार्च के पहले सप्ताह में शुरू किया गया था, लेकिन कार्यदायी संस्था के ढुलमुल रवैये के कारण रेलवे ने उसका टेंडर रद्द कर दिया था। इसके बाद, यह काम मई से लेकर जुलाई तक ठप्प हो गया था। जुलाई के अंतिम सप्ताह में इसका टेंडर पुनः जारी किया गया। इसके बाद, दूसरे चरण का काम अक्टूबर 2023 में शुरू किया गया। इसे पूरा करने में नई संस्था को और भी 4 महीने का समय लगा।
जानकारी के अनुसार, इस लगभग 15 किलोमीटर लंबे मार्ग से नए लाइन के माध्यम से यात्री और मालगाड़ी का संचालन शीघ्र होने की आशा की जा रही है। इस सम्पूर्ण प्रक्रिया के बारे में, पीडब्ल्यूआई दिलीप कुमार ने बताया है कि पीक्यूआरएस का कार्य पूरा हो गया है और अब लाइन की पैकिंग का कार्य शेष है, जो शीघ्र पूरा किया जाएगा। इसके बाद इस रूट पर ट्रेन सेवा शुरू हो सकती है।