गाजीपुर-बलिया रेलमार्ग के यूसुफपुर रेलवे स्टेशन पर प्रकाश की उचित व्यवस्था न होने से यात्री अंधकार में आवागमन करने को मजबूर हैं। स्टेशन पर उजाला न होने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
गाजीपुर-बलिया रेलमार्ग पर यूसुफपुर रेलवे स्टेशन का महत्वपूर्ण स्थान है। इस स्टेशन से दिल्ली, मुबंई, लखनऊ, प्रयागराज, छपरा, हाजीपुर सहित दूरदराज कई जगहों पर ट्रेनें जाती हैं। इसके अलावा, वाराणसी, गाजीपुर, बलिया जैसे नजदीकी स्टेशनों तक लोग काफी संख्या में ट्रेन से यात्रा करते हैं।
इस स्टेशन पर बलिया-प्रयागराज, वाराणसी-छपरा, छपरा-औड़िहार सवारी गाड़ी के अलावा सारनाथ एक्सप्रेस, पवन एक्सप्रेस, सद्भावना एक्सप्रेस, लखनऊ छपरा एक्सप्रेस के अलावा साप्ताहिक ट्रेनों का भी ठहराव होता है। यूसुफपुर स्टेशन पर रात में डाउन सारनाथ एक्सप्रेस, प्रयागराज बलिया सवारी गाड़ी, पवन एक्सप्रेस, छपरा-लखनऊ एक्सप्रेस, छपरा-वाराणसी सवारी गाड़ी का ठहराव होता है। इसके बावजूद रात में यहां अंधेरा छाया रहता है।
रात्रि में स्टेशन के काफी लंबे प्लेटफार्म पर प्रकाश के लिए रेल विभाग द्वारा खंभा लगाकर उस पर स्ट्रीट लाइट लगाई गई है, लेकिन इस समय प्लेटफार्म पर लगी एक भी लाइट न जलने से स्टेशन पर अंधेरा छाया रहता है।
स्टेशन पर अंधेरा होने से यात्रीगण को अपने रिजर्व टिकट के हिसाब से ट्रेन के कोच खोजने में तो परेशानी हो ही रही है, इसके अलावा ट्रेन से उतरकर अंधेरे में प्लेटफार्म के मुख्य दरवाजे तक आने में भी काफी परेशानी होती है। अंधेरे में ही लोगों को फुट ओवर ब्रिज से आवागमन करने पर दुर्घटना का भय बना रहता है।
रेलयात्री भीम यादव, रमेश कुशवाहा, और विजय यादव ने बताया कि स्टेशन के बड़े प्लेटफ़ॉर्म पर अंधकार छाया रहता है। इसके कारण बुजुर्ग और महिलाएं ट्रेन पकड़ने और ट्रेन से उतरकर जाने में काफी कठिनाईयों का सामना कर रही हैं। अंधकार में असामाजिक तत्वों की भीड़भाड़ से हमेशा अनचाही घटनाओं का खतरा बना रहता है।
स्टेशन अधीक्षक मेंहदी हसन ने बताया कि इस समय स्टेशन पर निर्माण कार्य प्रगट है। खुदाई के कारण अंडरग्राउंड केबिल में क्षति हो गई है, जिससे यह समस्या उत्पन्न हुई है। शीघ्र ही मरम्मत करके स्टेशन पर प्रकाश की सुविधा को फिर से स्थापित कर दिया जाएगा।