पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार बर्फबारी और ठंडी हवा के कारण जिले में कड़ाके की ठंड और शीतलहर का साम्राज्य जारी है। तापमान ने लगभग सात डिग्री से नीचे जाकर आम तापमान से बहुत विचलित हो गया है। इसके अलावा, न्यूनतम तापमान में भी कमी हो रही है। इससे लोगों को न रात में और न ही दिन में कोई आराम मिल रहा है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, वर्तमान में ठंड से राहत की संभावना कम है।
गुरुवार को तापमान का अंतर 16 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा, जहाँ अधिकतम तापमान 16 डिग्री और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री था। इससे लोगों को ठंड और गलन की शिकायतें हो रही थीं। मौसम विभाग लखनऊ केंद्र ने सर्दी के लिए चेतावनी जारी की है। राज्य कृषि मौसम केंद्र के प्रभारी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि उत्तर भारत में ऊपरी क्षोभ मंडल में 250-290 किमी/घंटा की रफ्तार से चलने वाले जेट स्ट्रीम के कारण ठंडी पछुआ हवा की मात्रा में वृद्धि हुई है।
प्रदेश में ठंडी हवा के विभिन्न क्षेत्रों में अधोगमन और निचले क्षोभमंडल में स्थिरता के कारण, विकिरणीय ऊष्मन में दिन के दौरान प्रभावी कमी हो रही है। इससे प्रदेश में कई स्थानों पर पिछले 1 सप्ताह से ज्यादा समय तक चलने वाले शीत दिवस (कोल्ड डे) से अधिक शीत दिवस (सीवियर कोल्ड डे) की संभावना है। इसके अलावा, निचले क्षोभमंडल में पुरवा हवाएं कारण न्यूनतम तापमान में वृद्धि के थम जाने के साथ ही, पछुवा हवा के प्रभाव से 20 जनवरी से न्यूनतम तापमान में विघटन की संभावना है।