यूपी बोर्ड ने नकल माफियाओं पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए परीक्षा से जुड़े व्यवस्था में कुछ परिवर्तन किए हैं। इस वर्ष, छात्र-छात्राओं को पिछले वर्ष से भिन्न रंगीन कॉपियां उत्तर लिखने के लिए प्रदान की जाएंगी। इसके साथ ही, 2023 की परीक्षा में उत्तर पुस्तिकाओं के कवर पेज पर बार कोड की व्यवस्था की गई थी। इस साल की परीक्षा में प्रयुक्त किए जाने वाले कॉपियों में बार कोड उत्तर पुस्तिका के बीच में होगा। बार कोड के माध्यम से ही उत्तर पुस्तिका की यादृच्छिक जाँच की जाएगी।
इसके साथ ही, उत्तर पुस्तिका के कवर पेज पर अंकित विवरण (डिटेल्स) को प्रिंट करने का रंग भी बदल दिया गया है। इस परिवर्तन से पुरानी उत्तर पुस्तिका पर बाहर से उत्तर लिखवाकर जमा कराने की नकल माफिया के मंसूबों पर नकेल कसेगा। विभागीय आंकड़ों के अनुसार, 2024 की बोर्ड परीक्षा में हाईस्कूल में 74,313 और इंटरमीडिएट में 74,861 बोर्ड परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल होंगे।
परीक्षा में उत्तर पुस्तिकाओं के कलर में परिवर्तन के कारण, बीते वर्ष की उत्तरपुस्तिकाओं का प्रयोग नहीं हो सकेगा, जिससे नकल पर लगाम लगने की भी उम्मीद है। इससे पहले बोर्ड परीक्षा में नकल माफिया, सालवर बैठाने की कोशिश के साथ उत्तर पुस्तिका बाहर से लिखवाकर केंद्र से सेटिंग कर जमा कराने की फिराक में रहते थे।
उत्तर पुस्तिका के स्वरूप में बदलाव करने से पुरानी उत्तरपुस्तिकाएं अनुपयोगी हो गई हैं। इस बदलाव की कड़ी में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की उत्तरपुस्तिका के कवर पेज पर अंकित जानकारियों का रंग परिवर्तित कर दिया गया है। कौस्तुभ कुमार सिंह डीआईओएस ने मीडिया को बताया कि बोर्ड परीक्षा को नकलविहीन कराने को लेकर पूरी तैयारी कर ली गई है। इस बार उत्तर पुस्तिकाओं में बदलाव किया गया है, जिससे पुरानी उत्तर पुस्तिकाओं का प्रयोग नहीं हो सकेगा। साथ ही, उत्तर पुस्तिकाओं की मॉनिटरिंग को बेहतर तरीके से किया जा सकेगा।