ताड़ीघाट-मऊ रेलखंड परियोजना के पहले चरण में बनी सोनवल से सिटी रेलवे स्टेशन तक की नई रेलवे लाइन और रेल सह सड़क पुल का वर्चुअल उद्घाटन की संभावना में वृद्धि हो गई है। 17 दिसंबर को वाराणसी यात्रा पर आने वाले प्रधानमंत्री जी द्वारा इस उद्घाटन को लेकर सुगबुगाहट बढ़ गई है।
इस मुद्दे पर शुक्रवार की रात, परियोजना के पूर्ण होने की रिपोर्ट पीएमओ कार्यालय और रेल मंत्रालय से मांगी गई है। इस बारे में तैयारियां तेज कर दी गई हैं। हालांकि, दूसरे चरण के तहत गाजीपुर घाट की ओर जाने वाली सात किमी लंबी नई रेलवे लाइन का निर्माण पूरा नहीं हो सका है। प्रथम चरण के तहत, करीब बारह सौ करोड़ की 9.600 किमी लंबी सोनवल से सिटी जाने वाली नई रेल लाइन का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।
जबकि दूसरे चरण के तहत, घाट की ओर जाने वाली 200 करोड़ की लागत वाली करीब सात किमी लंबी नई रेल लाइन के निर्माण में अभी तक विलंब है। अचानक, देर रात की रिपोर्ट से रेलवे के अधिकारियों और कार्यदायी संस्था में हलचल बढ़ गई है। इस नए ट्रैक के उद्घाटन से विभिन्न ट्रेनों और मालगाड़ियों का आवागमन शुरू होगा। इसके परिणामस्वरूप, यात्रीगण को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और गंतव्य तक पहुंचने में समय बचेगा, साथ ही आर्थिक बचत भी होगी।
इसके अलावा, इससे व्यापारिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। सोनवल से सिटी रेलवे स्टेशन की नई रेलवे लाइन पर, जिस पर मार्च महीने में डीजन इंजन ट्रायल हुआ था, अब हाल ही में इस पर इलेक्ट्रिक इंजन का सफल ट्रायल किया गया है। 17 जून को, सोनवल से सिटी जाने वाली नई रेल लाइन का सीआएस, स्पीड, और लोड टेस्टिंग किया गया था। इसके बाद, इस लाइन को उद्घाटन और ट्रेन संचालन के लिए तैयार कर लिया गया था।
इस संबंध में, आरवीएनएल (रेल विकास निगम लिमिटेड) के सीपीएम विकास चंद्र ने बताया कि मंत्रालय और पीएमओ ने नवनिर्मित रेल रूट की रिपोर्ट मांगी है। संभावना है कि 17 दिसंबर को प्रधानमंत्री के वाराणसी आगमन के समय ही, इस परियोजना का उद्घाटन भी अन्य परियोजनाओं के साथ हो सकता है। इसके लिए तैयारियां तेज की गई हैं।
सोनवल से सिटी जाने वाली नई रेल लाइन पूर्व मध्य रेलवे दानापुर के तहत आने वाले दिल्ली-हावड़ा और गया मुख्य रूट के साथ पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल के तहत आने वाले छपरा-गाजीपुर रेल रूट से जुड़ चुका है। इसके संचालित होने के बाद यह नवनिर्मित बाइपास रेल रूट रेल कनेक्टिविटी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण साबित होगा। इसके अतिरिक्त, सरहुलां के पास से एक बाइपास नई रेल लाइन की योजना है, जो भदौरा स्टेशन के पास जाकर हावड़ा रूट से सीधे जुड़ी है। इसका पूरा होने के बाद, ट्रेनों का संचालन एक स्वाभाविक तरीके से हो सकेगा। इससे अन्य रूटों पर रेल ट्रैफिक को कम करने में भी मदद मिलेगी।