छत्तीसगढ़ के कांकेर में गुरुवार को दोपहर, बीएसएफ द्वारा किए गए गस्त के दौरान, नक्सलियों ने बिछाए गए माइंस के विस्फोट में भांवरकोल क्षेत्र के शेरपुर खुर्द गांव में रहने वाले बीएसएफ के हेड कांस्टेबल अखिलेश राय को शहीद कर दिया गया। छत्तीसगढ़ से बीएसएफ अधिकारियों ने शहीद होने की सूचना परिजनों को पहुंचाई, जिससे पूरे गांव में मातम छा गया। गांव और क्षेत्रीय लोग शहीद अखिलेश राय के पैतृक घर गए और उनके परिजनों को संबोधित किया तथा उनके साथ शोक व्यक्त किया।
कहा जा रहा है कि अखिलेश ने हाल ही में गांव से एक सप्ताह की छुट्टी का आनंद लिया था और वे तैनाती स्थल पर वापस गए थे। उन्होंने वहां बीएसएफ की टुकड़ी के साथ गस्त करते समय नक्सलियों द्वारा बिछाए गए माइंस के दुर्घटनाग्रस्त होने से जीवन खो दिया। उन्हें अपने पीछे तीन बेटियां और एक बेटा छोड़ गए हैं।
रायपुर, छत्तीसगढ़ प्रदेश में स्थित थे
बीएसएफ हवलदार अखिलेश कुमार राय (42) छत्तीसगढ़ प्रांत के रायपुर में स्थित थे। उनके चचेरे भाई और पूर्व बीबीसी सदस्य पिंटू राय ने बताया कि दोपहर में उन्होंने बीएसएफ जवानों के साथ निर्धारित स्थानों पर गश्त की थी। इसी दौरान नक्सलियों ने जंगल में रखे गए बम पर हमला किया, जिससे उनका पैर घायल हो गया। इसके साथ ही, एक तेज धमाके की आवाज हुई। इस घटना में अखिलेश राय की मौत हो गई।
सामान्य खोज के दौरान हुई घटना
यह घटना उस समय हुई जब प्रतापपुर थाना क्षेत्र में BSF जवानों की टीम ने नियमित खोज के दौरान बाहर निकली थी। जानकारी के अनुसार, जवान इलाके की सर्चिंग करते हुए प्रतापपुर के जंगल में पहुंचे थे, जब एक अचानक वहां ब्लास्ट हो गया। इस ब्लास्ट में BSF के जवान अखिलेश राय गंभीर रूप से घायल हो गए, उन्हें तत्काल अस्पताल में ले जाया गया और उनकी मौत इलाज के दौरान हो गई। इस घटना की जानकारी कांकेर के SP दिव्यांग पटेल ने प्रदान की है।
इस समय, जब घटना की खबर मिली, माता शारदा देवी, विंध्य राय नामक पत्नी और उनके पुत्र श्रुति, कीर्ति, जागृति, और अतुल ने गांव में रोते-बिलखते हुए चीख मचा दी। परिवारजनों ने बताया कि अखिलेश कुमार राय के बड़े भाई अंजलेश कुमार राय भी बीएसएफ में सेवानिवृत्त हैं।