गाजीपुर में कड़ाके की ठंड को देखकर जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने रेलवे स्टेशन, रोडवेज बस स्टैंड, और अन्य स्थानों पर स्थायी और अस्थायी रैना बसेरों का स्थानीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने ठहरे हुए लोगों से व्यवस्थाओं की जानकारी प्राप्त की। जिलाधिकारी ने रैना बसेरों पर केयर टेकर के नाम और मोबाइल नंबर को नोट करने के लिए निर्देशित किया।
जिलाधिकारी ने मालगोदाम रोड पर गरीब, कमजोर, असहाय, रिक्शा चालकों और अन्य लोगों के साथ कम्बल वितरित किया। इस मौके पर सदर तहसीलदार और नगर पालिका परिषद गाजीपुर के कर्मचारी उपस्थित थे। दिसंबर आने वाला है और इसके साथ ही ठंड भी दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। हालांकि दोपहर में खुली धूप के कारण लोगों को आराम मिल रहा है, लेकिन सुबह-शाम सिहरन लोगों को ठंड का अहसास करा रही है।
ठंड के मौसम में, दो पहिया वाहन सवारों को सबसे अधिक कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। उसके बावजूद, बाजार में गर्म कपड़ों की दुकानों पर एक अलग ही रौनक है। ठंड से बचने की कोशिश में, लोग गर्म कपड़ों की खरीदारी कर रहे हैं, जिससे गर्म कपड़ों के दुकानदारों के चेहरे मुस्कराए हुए हैं।
उसी बीच, अगर हम ठंड की चर्चा करें, तो दोपहर के ढलते ही मौसम का स्वभाव बदल रहा है। दिन भर लोगों को गर्मी की छाया महसूस हो रही है, लेकिन जब शाम होती है, तो लोग ठंड से बचने के लिए अपने शरीर को गर्म कपड़ों से ढंक लेते हैं।