गाजीपुर में, जिला मुख्यालय से वाराणसी की ओर जा रही एक निजी बस ने गुरुवार को बड़े हादसे से बची। कुछ मशीनरी से जुड़ी गड़बड़ी के कारण बस का स्टीयरिंग और ब्रेक दोनों फेल हो गए। इस दौरान चालक ने अपनी सूझबूझ से बड़े हादसे को टाल दिया। ड्राइवर की सूझबूझ से बस में सवार 30 यात्री बच गईं। गाजीपुर प्राइवेट बस स्टैंड से निकलकर बहादुर बस सर्विस की बस वाराणसी के लिए यात्रियों को लेकर जा रही थी। सैदपुर नई सड़क त्रिमुहानी के पास बस का गियर बॉक्स क्रॉस टूट गया।
इसके कारण स्टीयरिंग और ब्रेक काम करना बंद हो गया। इस समय चालक ने सूझबूझ दिखाते हुए बस में बैठे यात्रीगण को हादसे से बचा लिया। चालक ने महसूस किया कि स्टीयरिंग पर कंट्रोल नहीं हो रहा है और ब्रेक काम नहीं कर रहा है, तो उसने आसपास देखा। फिर उसने सड़क के बाएं तरफ एक बिल्डिंग मटेरियल की दुकान के सामने रखे बालू में बस को ले जाकर खड़ा कर दिया। इससे चालक समेत बस में सवा करीब 30 यात्रीगण की जान बच गई।
इस हादसे में ड्राइवर की बुद्धिमता से किसी भी यात्री को कोई नुकसान नहीं हुआ। ड्राइवर, ओम प्रकाश राजभर सादात निवासी हैं। इस घटना के बारे में उन्होंने बताया कि वह 25 साल से ड्राइवर का कार्य कर रहे हैं। नई सड़क त्रिमुहानी की ओर बस बढ़ते ही, गियर बॉक्स क्रॉस टूट गया। इस बीच, स्टीयरिंग और ब्रेक पर से उनका कंट्रोल बरकरार रहा। यह भाग्यशाली था कि उस समय बस की गति 15 से 20 किलोमीटर प्रति घंटा थी।
साक्षात्कारदाताओं के अनुसार, यदि ड्राइवर ने सही समय पर बस को बालू के ढेर की ओर नहीं मोड़ा होता, तो आज बड़ा हादसा हो सकता था। बस रुकने के बाद, यात्री बाहर उतरे और उन्होंने राहत की सांस ली। इसके बाद उन्हें दूसरी बस से गंतव्य के लिए भेजा गया।