गाजीपुर से आनंद विहार दिल्ली जा रही सुहेलदेव सुपर फास्ट एक्सप्रेस (22433) मंगलवार रात प्रयागराज जंक्शन से आगे बढ़ते ही पटरी से उतर गई। ट्रेन के जनरेटर और एसएलआर कोच के चार-चार पहिये पटरी से नीचे गिरे। इस घटना से हड़कंप हुआ। मौके पर रेलवे के अधिकारी पहुंचे। उन्होंने पहियों को ट्रैक पर लाने के प्रयास में जुटे। इस घटना के बाद, दिल्ली हावड़ा रूट की मुख्य लाइन प्रभावित रही। इसके कारण, प्रयागराज की ओर जा रही ट्रेनें कुछ स्थानों पर रोक दी गईं। इस घटना में किसी को भी चोट नहीं आई है।
गाजीपुर से सुहेलदेव सुपरफास्ट एक्सप्रेस ने मंगलवार रात प्रयागराज जंक्शन पर अपना स्थान बनाया। रात में 8 बजकर 45 मिनट पर जंक्शन से प्रस्थान की गई। जंक्शन के बाद, डीएसए ग्राउंड के पास इंजीनियरिंग का काम जारी था। बगल में गिट्टी भी थी। कहा जा रहा है कि ट्रेन वहां से गुजरते ही एसएलआर के चार पहिये समेत 8 पहिये पटरी से नीचे गिर गए। यह हादसा करीब 8 बजकर 53 मिनट को हुआ। इस समय ट्रेन आउटर के पास ही थी, जिसके कारण ट्रेन की गति बहुत धीमी थी।
यह कहा जा रहा है कि स्पीड कम होने के कारण बड़ा हादसा टल गया है। अगर ट्रेन की स्पीड अधिक होती, तो कुछ भी हो सकता था। घटना की जानकारी मिलते ही खलबली मच गई। डीआरएम, प्रमुख मुख्य इंजीनियर सहित अन्य विभागों के अधिकारी तत्परता से मौके पर पहुंच गए।
यात्रियों में खलबली मची थी कि क्या हुआ। मौके पर पहुंचे उत्तर मध्य रेलवे के पीआरओ अमित मालवीय ने बताया कि किसी यात्री को चोट नहीं लगी है। दिल्ली रूट की लाइन बनी रही है। प्रयागराज एक्सप्रेस सहित कई ट्रेनें चलाई गईं हैं। सवा दस बजे एसएलआर बोगी को काटकर यात्रियों की बोगी को प्लेटफॉर्म पर भेज दिया गया। इंजन लगाकर यात्रियों को सुरक्षित भेजने का इंतजाम हो रहा है।