पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी को शुक्रवार को बाराबंकी जिले के गैंगस्टर कोर्ट में पेश किया गया। विशेष सत्र में न्यायाधीश एमपी-एमएलए कमलकांत श्रीवास्तव की कोर्ट में गवाही देने वाले डारोगा ब्रजेश प्रताप सिंह ने गवाही दी। जिरह के दौरान, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुख्तार अंसारी प्रस्तुत थे।
इस दौरान, गवाह दारोगा के साक्षात्कार पर मुख्तार अंसारी ने हंसी नहीं रोक पाए और हँसते हुए ठहाके मारना शुरू कर दिया। कोर्ट ने जिरह के लिए 4 दिसंबर को सुनवाई की तारीख तय की है। ऐंबुलेंस कांड के आरोपी माफिया मुख्तार अंसारी के गैंगस्टर केस की ट्रायल पर सुनवाई हुई। विशेष सत्र में न्यायाधीश एमपी–एमएलए कमलकांत श्रीवास्तव की कोर्ट में शुक्रवार को अभियोजन गवाह दारोगा ब्रजेश प्रताप सिंह ने बयान दर्ज कराए।
वकील रणधीर सिंह सुमन ने बताया कि सरकार बनाम मुख्तार अंसारी की पेशी हुई। अभियोजन गवाह उपनिरीक्षक ब्रजेश प्रताप सिंह हाजिर हुए। कोर्ट में दारोगा की गवाही के बाद बचाव पक्ष वकील से जिरह शुरू हुई। जारी जिरह के बीच समय अभाव के चलते कोर्ट ने सुनवाई की अगली तारीख 4 दिसंबर लगाई है।
वकील ने बताया कि कोर्ट में सुनवाई के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर बांदा जेल से मुख्तार अंसारी, संतकबीर नगर जेल से जफर उर्फ चंदा, गाजीपुर जेल से अफरोज उर्फ चुन्नू हाजिर हुए। गवाह की गवाही सुनकर मुख्तार अंसारी मुस्कुरा कर हंसी के ठहाके लगाने लगा। बताया जा रहा कि 11 अप्रैल 2023 में नगर कोतवाली बड़ेल चौकी इंचार्ज रहते ब्रजेश प्रताप सिंह अवैध वसूली के पैसे बंटवारे के मामले में जेल में थे और कुछ दिन पहले ही जमानत हुई है। जिसकी मुख्तार अंसारी के गैंगस्टर मुकदमे में गवाही शुरू हुई है।
बता दें कि फर्जी एम्बुलेंस मामले में दर्ज मुकदमे में छानबीन के बाद मुख्तार अंसारी की संलिप्तता पाए जाने पर धाराएं बढ़ाई गई थीं। साथ ही इस मुकदमे में मुख्तार और इसके 12 अन्य गुर्गों के नाम भी बढ़ाए गए थे, जिसकी सुनवाई एमपी-एमएलए कोर्ट 19 में चल रही है।