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आज ही जाने काली चालीसा के लाभ, Kali Chalisa Benefits in Hindi

हेलो दोस्तों, क्या आप भी काली चालीसा के लाभ और Kali Chalisa Benefits In Hindi के बारे में जानना चाहते हैं तो यह जानकारी आपके लिए है, चलिए विस्तार से जानते हैं।

काली माता से बड़े-बड़े शत्रु भी डरते हैं। जब हमें कोई भी काम नहीं होता, तो काली माता की शरण में जाने से हमारा काम हो जाता है। काली माता को माता दुर्गा का सबसे शक्तिशाली स्वरूप माना जाता है। काली माता की पूजा और काली चालीसा का पाठ करने से उनके भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

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मित्रों, आज हम इस लेख के माध्यम से आपको काली चालीसा के लाभों की चर्चा करेंगे। इसके अलावा, इस विषय से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण जानकारी भी हम साझा करेंगे। इस सम्पूर्ण जानकारी को प्राप्त करने के लिए कृपया हमारा लेख अंत तक पढ़ें। आइए, हम आपको इस विषय पर सम्पूर्ण विवरण प्रदान करते हैं।

काली चालीसा के लाभ, Kali Chalisa के लाभ In Hindi

हमने नीचे काली चालीसा के कुछ लाभ बताए हैं।

  • काली चालीसा का पाठ करने से सभी सुखों की प्राप्ति होती है।
  • काली चालीसा का पाठ करने से हमारे शत्रु से मुक्ति मिलती है।
  • काली चालीसा का पाठ करने से हमारे मन से डर और भय का नाश होता है।
  • काली चालीसा का पाठ करने से हमारी शारीरिक बीमारियाँ ठीक हो जाती हैं।
  • काली चालीसा का पाठ करने से हमारे शरीर में पॉजिटिव ऊर्जा बढ़ती है।
  • काली चालीसा का पाठ करने से भक्त के सभी संकट दूर हो जाते हैं।
  • काली चालीसा का पाठ करने वाला व्यक्ति हमेशा सफलता की पीठ पर होता है।
  • काली चालीसा का पाठ करने से ऊपरी जादू-टोना का निवारण होता है।
  • काली चालीसा का पाठ करने से व्यवसाय, रोजगार, करियर आदि में सफलता मिलती है।
  • काली चालीसा का पाठ करने से पारिवारिक तनाव में कमी होती है।
  • काली चालीसा का पाठ करने से व्यक्ति की चिंता कम होती है।

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काली चालीसा के विधि

काली चालीसा के कुछ विधियाँ हमने नीचे सूचीत की हैं।

  • काली माता की पूजा को दो प्रकार से किया जाता है। एक है सामान्य पूजा और एक है तांत्रिक पूजा।
  • तांत्रिक पूजा को गुरु की शरण में किया जाता है, जबकि सामान्य पूजा आप अपने तरीके से कर सकते हैं।
  • माता काली की पूजा के लिए शुक्रवार को विशेष माना जाता है।
  • इस दिन, सुबह को उठकर स्नान आदि करें और गुलाबी या लाल रंग के वस्त्र पहनें।
  • अब माता काली को धूप आदि से अर्चना करने के बाद, गुलाब आदि के फूलों को अर्पित करें।
  • माता काली की पूजा के समय, काले और लाल रंग की वस्तुएँ चढ़ाएं।
  • इसके बाद, माता के सामने अपनी मनोकामनाएं पूर्ण करने की प्रार्थना करें।
  • इन सभी प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद, आप काली चालीसा का पाठ कर सकते हैं।
  • इसी तरह सभी नियमों के साथ काली चालीसा का पाठ करना बहुत श्रेष्ठ माना जाता है।

निष्कर्ष

मित्रों, आज हमने इस लेख के माध्यम से काली चालीसा के लाभों की चर्चा की है। इसके अलावा, इस विषय से संबंधित और भी जानकारी प्रदान की गई है। हम उम्मीद करते हैं कि आज का लेख आपके लिए उपयोगी सिद्ध हुआ होगा। यदि ऐसा है, तो कृपया इसे आगे शेयर करें।

मित्रों, हम आशा करते हैं कि आपको हमारा यह 'काली चालीसा के लाभ and kali chalisa benefits in hindi' आर्टिकल पसंद आया होगा। धन्यवाद!

FAQs

काली माता का वाहन क्या है?

काली माता का वाहन वृषभ और गदर्भ कहा जाता है।

काली माता की सवारी कैसे होती है?

काली माता की सवारी गदर्भ पर बैठकर आती है।

काली माता की विवाह किससे हुआ था?

काली माता का विवाह भगवान शिव से हुआ था। इस प्रकार, काली माता को भगवान शिव की चौथी पत्नी माना जाता है।

मां काली को रक्त पीने की क्यों इच्छा हुई?

एक समय की बात है जब कैलाश पर्वत पर दैत्यों ने हमला किया। चंड, मुंड और रक्तबीज नामक दैत्य बहुत ही शक्तिशाली थे। माता पार्वती ने इन दैत्यों को मार डाला, लेकिन रक्तबीज नामक दैत्य को मारने में माता पार्वती को सफलता नहीं मिल रही थी।

क्योंकि माता पार्वती ने जैसे ही रक्तबीज पर हमला किया, उसके रक्त की बूँदें ज़मीन पर गिरकर एक और दैत्य पैदा हो जाता। इस कारण माता पार्वती को रक्तबीज को मारने में सफलता नहीं मिल रही थी। इसके बाद, माता पार्वती ने माता काली का स्वरूप धारण किया, और रक्तबीज के रक्त को पीने लगी, जिससे रक्तबीज का समाप्ति हुआ। इस प्रकार, मां काली ने रक्त पीना पड़ा।

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