रेवतीपुर में पहलवान रामनगीना राय और राजनारायण राय की स्मृति में 60वीं अंतर्प्रांतीय कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि जम्मू कश्मीर के पूर्व एलजी मनोज सिन्हा के पुत्र अभिनव सिन्हा ने पहलवानों का हाथ मिलाकर और फीता काटकर इस प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। इस प्रतियोगिता में लगभग पांच दर्जन से अधिक पहलवानों ने हिस्सा लिया और अपना दमखम दिखाया।
प्रतियोगिता की सबसे बड़ी 65 हजार रुपये की इनामी कुश्ती वाराणसी के यशवंत गिरी और आगरा के हरेन्द्र के बीच बराबरी पर रही। इस पूरी प्रतियोगिता में सरवां (मऊ) के पहलवानों का दबदबा रहा। इस दौरान सरवां के चंद्रहास ने अंधऊ के सरफराज को कुछ ही मिनटों में हरा दिया, सरवां के शत्रुधन ने अंधऊ के सचिन, सरवां के विशाल ने मथुरा के श्याम, सरवां के सत्यपाल ने कानपुर के मंटू को पराजित किया। इसके अलावा, गोरखपुर के सतीश ने अंधऊ के वीरेन्द्र, निजामपुर के अजीत ने रेवतीपुर के रिशु और जमानियां के रामब्रत ने हंसराजपुर के सुनील को हराया।
इस दौरान बोलते हुए मुख्य अतिथि अभिनव सिन्हा ने कहा कि लुप्त होती प्राचीन कला को बचाने का जो प्रयास किया जा रहा है वह सराहनीय है। उन्होंने कहा कि कुश्ती दंगल पुरानी परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथियों में पीयूष राय, अजिताभ राय, विवेक, बबुआ राय, विनोद गुप्ता, झलन राय, ओम प्रकाश राय, धारा प्रसाद यादव, शिवम पांडेय, प्रदीप राय, गोलू राय, रामु, नागा पहलवान, विकास पहलवान आदि शामिल रहे।