गाजीपुर में, जिलाध्यक्ष नागेंद्र यादव के अध्यक्षता में, ग्राम रोजगार सेवक संघर्ष समिति ने उत्तर प्रदेश के आह्वान पर जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी ने मुख्यमंत्री से बात करते हुए जिलाधिकारी को आठ-सूत्रीय मांग पत्र सौंपा।
संघर्ष समिति के जिलाध्यक्ष नागेन्द्र यादव ने उपस्थित रोजगार सेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने खुद सम्मेलन बुलाकर ग्राम रोजगार सेवकों के मानदेय, एचआर पालिसी, आकस्मिक अवकाश समेत अन्य आठ घोषणाएँ की हैं। परंतु दो वर्ष से अधिक समय बितने के बाद भी अधिकारी ने सीएम की घोषणाओं को लागू नहीं किया है, जिसके कारण ग्राम रोजगार सेवकों में रोष बढ़ गया है।
जिलाध्यक्ष नागेन्द्र यादव ने कहा कि ईपीएफ का पैसा हम सभी के मानदेय से लगभग 6 वर्षों से कट रहा है, लेकिन इसका पैसा जनपद स्तरीय अधिकारियों के पास जाने की जगह रुका हुआ है। उच्च अधिकारियों को इसके गलत रिपोर्ट प्रेषित कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अगर सरकार तत्काल आठ-सूत्रीय मांगों को लागू नहीं करती है, तो ग्राम रोजगार सेवक लखनऊ में सरकार के खिलाफ आंदोलन करने को बाध्य हो सकते हैं। ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रूप से रामदुलार, गुलाब बिंद, चंद्र प्रकाश सिंह, प्रदीप यादव, आलोक, रामविलास, अशोक, विजय प्रताप, सुधीर राम, पिन्टू पाण्डेय, विकास, विवेकानन अशोक यादव, नूरहसन, इन्द्रजीत, आदि मौजूद रहे।