TERI PG College: तकनीकी शिक्षा और शोध संस्थान, पीजी कॉलेज, गाजीपुर में एक ओरिएंटेशन प्रोग्राम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि माननीय प्रखर उत्तम, गाजीपुर के उप-जिलाधिकारी ने की, जिन्होंने बाबू राजेश्वर प्रसाद सिंह की प्रतिमा का माल्यार्पण किया और मां सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलित किया।
संस्थान के सहायक निदेशक, डॉ. अजीत प्रताप सिंह ने मुख्य अतिथि को पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया, और विभागाध्यक्ष, डॉ. नीतू सिंह ने उन्हें स्मृति चिह्न प्रदान करके स्वागत और अभिनंदन किया। कार्यक्रम का आयोजन एम.बी.ए., एम.सी.ए., और बी.बी.ए. के नवागत छात्रों के उन्मुखीकरण के लिए किया गया था, जिसमें सभी छात्रों ने नए उत्साह और जोश के साथ भाग लिया।
संस्थान के प्रबंधक, अजीत कुमार सिंह, और उपराष्ट्रपति कार्यालय के महाधिवक्ता ने समस्त नए छात्रों को बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी। जनपद के छात्रों के लिए सरकार और विश्वविद्यालय द्वारा बढ़ाई गई सीटों के आधार पर संस्थान में इस बार एडमिशन प्राप्त हुआ। संस्थान ने उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ एक रिसर्च कंप्यूटर लैब भी स्थापित किया है, जिससे पीजी कॉलेज गाजीपुर में अध्ययनरत शोध छात्रों को भी लाभ मिल रहा है।
मुख्य अतिथि, माननीय प्रखर उत्तम जी, ने समय-समय पर आवश्यक अध्ययन और अन्य गतिविधियों के महत्व के बारे में विस्तार से बताया। उपजिलाधिकारी ने बताया कि किसी भी कठिनाई को समय-समय पर और योजनाबद्ध तरीके से करने से कोई भी कार्य साहसिक और सफल हो सकता है। नियमित रूप से कक्षाएं अद्यापन करना और प्रत्येक व्याख्यान को ध्यान से सुनकर ज्ञान प्राप्त करना हर छात्र का दायित्व होना चाहिए। उन्होंने सभी नए छात्र-छात्राओं को बधाई और शुभकामनाएं दी।
छात्रों को तकनीकी ज्ञान के साथ-साथ व्यवहारिक और अनुशासन से संबंधित मुद्दों के साथ परिचित कराया गया। मुख्य अतिथि ने संस्थान के छात्रों से कहा कि यदि भविष्य में किसी शैक्षणिक सहायता की आवश्यकता होती है, तो वे हमेशा उपलब्ध रहेंगे, जिससे समस्त छात्रों में उत्साह और खुशी की भावना फैल जाए।
विभागाध्यक्ष, डॉक्टर अजीत प्रताप सिंह ने संस्थान में आने वाले मुख्य अतिथि के प्रति आभार व्यक्त किया और उनके द्वारा प्रस्तावित कार्यों का अनुपालन करने के लिए संबंधित दिशा में मार्गदर्शन प्रदान किया। कार्यक्रम के अंदर, छात्रों को शैक्षिक गतिविधियों के साथ-साथ अनुशासन संबंधित गतिविधियों से भी परिचित किया गया। विभागाध्यक्ष, डॉक्टर नीतू सिंह ने छात्रों को उनके प्रशिक्षण और प्लेसमेंट के बारे में स्पष्टीकरण दिया। उन्होंने बताया कि किसी भी व्यक्ति का संपूर्ण विकास केवल तभी संभव है जब वह संस्कारों का पालन करता है।
संस्कार व्यक्ति के व्यक्तित्व और कौशल को सीधे प्रभावित करते हैं। कार्यक्रम का प्रबंधन डॉक्टर अमित प्रताप ने किया और संस्थान के पाठ्यक्रम के महत्वपूर्ण दिशा-निर्देशों को स्पष्ट करके उनका पालन करने के लिए जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम में अजातशत्रु सिंह, राहुल आनंद सिंह, फाति सफात, कमला प्रसाद गुप्त, आरिफ सुल्तान, नीतू सिंह, और अन्य भी उपस्थित थे।