गाजीपुर नगर के कोतवाली क्षेत्र में स्थित गोराबाजार चौकी पर तैनात चौकी इंचार्ज सचिन सिंह, आरक्षी मनोज कुमार, और गहमर कोतवाली में तैनात रामतीर्थ सरोज को पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने शनिवार को निलंबित कर दिया है। चौकी इंचार्ज सहित तीन कर्मियों पर कार्रवाई हुई है, उन्हें कार्य में लापरवाही और अनियमितता के आरोपों के चलते।
गोराबाजार चौकी इंचार्ज सचिन सिंह पर पाँच हजार रुपये की रिश्वत लेने का आरोप है। इस मामले में एक ऑडियो क्लिप भी सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहा है। कुछ दिन पहले ही सचिन सिंह को गोराबाजार चौकी इंचार्ज नियुक्त किया गया था। उनकी कार्यप्रणाली पर प्रभार लेने के बाद ही सवाल उठने शुरू हो गए थे।
करंडा थाना क्षेत्र के ब्राह्मणपुरा गांव के निवासी राजू राम किसी काम से गाजीपुर शहर आ रहा था। उसी समय, गोराबाजार चौकी इंचार्ज सचिन सिंह ने उसे पकड़ लिया और सदर कोतवाली की हवालात में बंद कर दिया। राजू राम को छोड़ने के बजाय, चौकी इंचार्ज ने 50 हजार रुपये की मांग की। इस मामले में आरोप है कि ब्राह्मणपुरा गांव के निवासी अनिल गुप्ता ने 50 हजार रुपये की रिश्वत देकर राजू राम को छोड़ने में मदद की।
इस मामले का एक ऑडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस मामले की शिकायत पीड़ित राजू राम ने विधान परिषद सदस्य विशाल सिंह के कार्यालय में की। मामला एमएलसी विशाल सिंह चंचल के संज्ञान में आने के बाद उन्होंने पुलिस अधीक्षक से तत्काल मामले में कार्रवाई करने को कहा। फिलहाल, एसपी ने चौकी इंचार्ज को कार्य में लापरवाही और अनियमितता के चलते तत्काल प्रभाव से निलंबित कर मामले की जांच सीओ सिटी को सौंपी है। इस संबंध में एमएलसी विशाल सिंह चंचल ने कहा है कि वर्तमान सरकार की मंशा के विपरीत जो कार्य करेगा, उसकी खैर नहीं है।