फर्जी डिग्री के साथ नौकरी प्राप्त करने के मामले में पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष निकहत परवीन की गिरफ्तारी के बाद, सोमवार की सुबह सीओ बलराम के नेतृत्व में पुलिस ने मदरसा "मदरसतुल मसाकीन" के पूर्व प्रबंधक नजीर अहमद के सदर बाजार स्थित मकान पर छापा मारा। लेकिन आरोपी नजीर अहमद नहीं मिला।
बहादुरगंज नगर पंचायत की पूर्व अध्यक्ष निकहत परवीन ने नगर के मदरसा "मदरसतुल मसाकीन" में इंटरमीडिएट के अंक पत्र में जालसाजी कर 2005 में तहतानिया में शिक्षक के रूप में नौकरी प्राप्त कर ली थी। निकहत परवीन वर्ष 2018 से 2023 तक नगर पंचायत की महिला सीट होने के कारण अध्यक्ष भी रही। फर्जी अंक पत्र के सहारे नौकरी का मामला तब प्रकाश में आया जब, नगर के भाजपा नेता फैजान खान ने जन सूचना अधिकार के तहत जिला अल्पसंख्यक अधिकारी से उनके शैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जानकारी प्राप्त की।
इसके बाद फैजान खान ने शासन को पत्र लिखकर तहतानिया शिक्षक निकहत परवीन की डिग्रियों की जांच कर नियुक्ति को अवैध घोषित करने की मांग की। जांच के दौरान माध्यमिक शिक्षा परिषद से निकहत परवीन की इंटरमीडिएट के अंक पत्रों में काफी अंतर पाया गया। अंक पत्र फर्जी साबित होने के बाद जिला अल्पसंख्यक अधिकारी ने मदरसा के प्रबंधक को पत्र लिखकर कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया। साथ ही जिला अल्पसंख्यक अधिकारी सच्चिदानंद तिवारी ने शिक्षका निकहत परवीन और मदरसा के पूर्व प्रबंधक नजीर अहमद के साथ चयन समिति के सदस्यों के खिलाफ प्राथमिक दर्ज कराई।
पुलिस ने मुकदमा दर्ज होने के छह घंटे बाद ही पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष निकहत परवीन को उनके आवास से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इसके बाद से प्रबंधक नजीर अहमद की गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। पुलिस ने दबिश के दौरान परिजनों को उन्हें हाजिर कराने की हिदायत दी। सीओ बलराम ने बताया कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।