गाजीपुर पीजी कॉलेज के प्रांगण में, छात्रों ने नौवें दिन, शुक्रवार को भी अनिश्चितकालीन धरना जारी रखा। सभी छात्रों ने छात्रहित मुद्दों पर महाविद्यालय प्रशासन के द्वारा उपेक्षा किए जाने से आक्रोशित होकर, हनुमानजी की तस्वीर रखकर प्रार्थना की और महाविद्यालय प्रशासन की सद्बुद्धि के लिए बुद्धि शुद्धि यज्ञ भी किया।
पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष दीपक उपाध्याय ने कहा कि महाविद्यालय प्रशासन छात्रों की मांगों के प्रति उदासीनता दिखा रहा है, जिससे स्पष्ट होता है कि महाविद्यालय में छात्रों के साथ शोषण और अत्याचार किया जा रहा है। हम सभी धरना रखने वाले छात्र चुप नहीं बैठेंगे। मांग पूरी नहीं होने तक, हम अनिश्चितकालीन धरना जारी रखेंगे। छात्र नेता अमृतांश बिन्द ने बताया कि महाविद्यालय प्रशासन छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है, क्योंकि वे प्रवेश के बावजूद उच्चतम शिक्षा के लिए समय पर परीक्षा नहीं लेने दे रहे हैं और न ही समय पर रिजल्ट जारी कर रहे हैं।
केवल छात्रों को मानसिक प्रताड़ित किया जा रहा है, जिसे छात्र बर्दाश्त नहीं करेंगे। छात्र नेता धीरज सिंह ने कहा कि यदि महाविद्यालय प्रशासन समय रहते हम सभी की मांगों को जल्द से जल्द पूरा नहीं करता है, तो महाविद्यालय के प्रशासनिक कक्ष और प्राचार्य कक्ष में तालाबंदी करने को बाध्य होंगे। छात्रों की प्रमुख मांगें मुख्य रूप से छात्र संघ चुनाव कराने, प्राचार्य के महाविद्यालय में समय पर आने की मांग, टीसी चरित्र शुल्क कम करने की मांग, बीपीई प्रवेश परीक्षा का परिणाम जारी करने वाली मांग,
अवैध वसूली बंद करने की मांग, बीपीई का रिजल्ट जारी करने की मांग, फीस वृद्धि को वापस लेने की मांग, पुस्तकालय में नई शिक्षा नीति के अंतर्गत पुस्तकें उपलब्ध कराने की मांग, कॉलेज की वेबसाइट पर सभी सूचना और नई फीस विवरण उपलब्ध कराने की मांग, कॉलेज के कैमरों को ठीक करने और सही करने की मांग, सीसीटीवी कैमरे लगाने की मांग, साइकिल स्टैंड फीस कम करने की मांग, कॉलेज की वेबसाइट को सरल बनाने की मांग,
कॉलेज की वेबसाइट पर शिकायत पोर्टल उपलब्ध कराने की मांग, कॉलेज में आफलाइन शिकायत काउंटर बनाने की मांग, स्नातक द्वितीय, तृतीय स्नातकोत्तर द्वितीय में प्रवेश फार्म शुल्क मुक्त करने की मांग, आरो वाटर मशीनें लगाने की मांग, महाविद्यालय में पठन-पाठन का माहौल बनाएं तथा सभी शिक्षक व कर्मचारी समय पर आने और विभाग खोलने की मांगें हैं।