गाजीपुर के सैदपुर थाना क्षेत्र में एक गांव में जिस रात किसी ने खाना खाया और फिर फर्राटा फैन चलाते समय एक अधेड़ करंट से घायल हो गया, उसकी स्थिति गंभीर थी। जब परिजनों ने इसे देखा, तो तत्काल उसे सैदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाएं, जहां डॉक्टर ने जांच करने के बाद उसे मृत घोषित किया। पुलिस ने इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए शव को कब्जे में लेकर शनिवार की सुबह पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया।
सैदपुर थाना क्षेत्र के डहन गांव के निवासी दिनेश कश्यप (49) जिनके पिता का नाम स्व. फेकन कश्यप था, वे एक बहुत गरीब परिवार से थे। उनकी पत्नी अनीता और चार नाबालिग पुत्रियाँ - रानी, खुशी, दिव्या, और बिट्टू, के लिए वह प्रसिद्ध काली मंदिर के पास पटरी पर बाटी चोखा की दुकान चलाते थे। प्रतिदिन की भांति, बीती रात दिनेश दुकान से घर पहुंचते और यहां परिवार सभी मिलकर भोजन करता था।
उसके बाद, दिनेश सोने के लिए चले गए। रात के लगभग 10 बजे, जैसे ही दिनेश ने सोने से पहले घर में पड़े टेबल फैन को ऑन किया, उसे अपनी दिशा में घुमाने के लिए पकड़ा, लेकिन उसी समय, वह फैन में उतर रहे करंट की चपेट में आ गए। दिनेश के करंट में फंसने का पता कुछ देर बाद ही परिजनों को चला, जब वे कमरे में पहुंचे।
परिजनों ने देखा कि दिनेश टेबल फैन के पास ज़मीन पर गिरा हुआ था। तत्पश्चात, उन्होंने त्वरित रूप से टेबल फैन को करंट से अलग किया और दिनेश को वहां से हटाया। लेकिन जब दिनेश के शरीर में कोई गतिविधि महसूस नहीं हुई, तो परिजन उसे लेकर तत्काल सैदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां डॉक्टर ने उसे अमृत घोषित कर दिया।
दिनेश की मौत की खबर सुनते ही उसकी पत्नी और पुत्रियाँ में आंधी उठी। सभी ने दिनेश के शव को देखकर अपनी आँखों से आंसू बहाए। गाँववाले बताते हैं कि दिनेश अपने परिवार का एकमात्र कमाई-वाला था, और उसकी कोई संतान नहीं थी। उसे अभी अपनी चार पुत्रियों की शादियाँ करानी थीं, जिसके लिए उसने लगातार मेहनत की थी। दिनेश की मौत के बाद, अब उसके परिवार को भरण-पोषण की समस्याओं का सामना करना है।