बिहार में एक बड़ा रेल हादसा हुआ है। दानापुर-बक्सर रेलखंड पर रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन के पास बुधवार की देर रात, लगभग 9.45 बजे, 12506 डाउन नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस बेपटरी होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में ट्रेन के छह डिब्बे पटरी से उतर गए।
एक डिब्बा दूसरे डिब्बे पर चढ़ गया। भोजपुर के एसपी प्रमोद कुमार ने अब तक छह लोगों के मरने की पुष्टि की है। वहीं रेलवे सूत्रों ने बताया कि 12 से अधिक डिब्बे पटरी से उतरे हैं। हादसे में करीब 100 की संख्या में यात्री घायल हो गए हैं। रेलवे और स्थानीय प्रशासन के अधिकारी व कर्मी राहत और बचाव में जुटे हुए हैं।
दुर्घटना की सूचना पर डुमरांव के एसडीओ कुमार पंकज सहित ब्रह्मपुर थाने की पुलिस राहत और बचाव कार्य को मौके पर पहुंची। घटनास्थल पर लोगों की भीड़ जमी है। सामान्य लोग भी बचाव कार्य में जुटे हैं। रेल सूत्रों के अनुसार, बक्सर से निकलने के बाद नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस अपनी रफ्तार में चल रही थी।
सूत्रों के मुताबिक, रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन के पास प्वाइंट चेंज करते समय ट्रेन तेज झटके के साथ दुर्घटनाग्रस्त हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि रघुनाथपुर पश्चिमी गुमटी के पास तेज आवाज के साथ ट्रेन के डिब्बे बेपटरी होकर पलट गए। पलभर में डिब्बे में यात्रियों की चीख-पुकार मच गई। रात होने के बाद भी रोने-चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के लोग उस ओर दौड़े और इसकी सूचना तत्काल प्रशासन को दी।
पीएमसीएच और आईजीआईएमएस में बेड सुरक्षित रखे गए हैं। रेल हादसे के बाद, स्वास्थ्य विभाग और पटना जिला प्रशासन ने भी देर रात क्रियाशीलता में आकर निर्देश दिए हैं। पटना के दो प्रमुख अस्पतालों में जिला प्रशासन ने बेड सुरक्षित रखने का निर्देश जारी किया है। सिविल सर्जन के साथ ही, पीएमसीएच और आईजीआईएमएस प्रशासन से आपात स्थिति के लिए तैयार रहने का आदेश दिया गया है।
जानकारी के अनुसार, पीएमसीएच में वर्तमान में 25 बेड सुरक्षित रखे गए हैं। वहीं, आईजीआईएमएस में भी रेल हादसे में घायल हुए लोगों के इलाज के लिए बेड आवंटित किए गए हैं। इसके अलावा, यदि आवश्यकता हो, तो राजधानी के अन्य अस्पतालों में भी इलाज के इंतजाम किए गए हैं।
इस बीच, सीमांचल एक्सप्रेस, गुवाहाटी राजधानी, विभूति एक्सप्रेस, पंजाब मेल, और अन्य कई ट्रेनों का रूट बदला जा रहा है। वाराणसी से ही दूसरे रूट से ट्रेनों को क्यूल भेजा जा रहा है। 12149 दानापुर पुणे एक्सप्रेस अब दानापुर में खड़ी है। मौके पर राहत ट्रेन पहले ही रवाना हो चुकी है। दानापुर डीआरएम जयंत कुमार चौधरी और सीनियर डीसीएम सरस्वती चंद्र मौके पर हैं।
वहीं, दुर्घटनाग्रस्त नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस में सवार आरा के बाबू बाजार निवासी अशोक ने बताया कि वह और उनके साथ आरा के ही सामाजिक कार्यकर्ता मंगलम की मां समेत तीन लोग रात करीब साढ़े आठ बजे विंध्याचल से सवार हुए थे। रात साढ़े नौ बजे अचानक जोरदार आवाज के साथ ट्रेन लड़खड़ाने लगी।
आगे की बोगियां दुर्घटनाग्रस्त हो गईं। उनके साथ की महिला को पैर और सिर में मामूली चोट है। वहीं, हादसे की सूचना मिलते ही मंगलम ने चारपहिया वाहन लेकर हादसा स्थल पर पहुंचा और अपनी मां समेत साथ रहे आरा के लोगों को गाड़ी से लाया।
रेलवे ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर:
- पटना - 9771449971
- दानापुर - 8905697493
- आरा - 8306182542
- कंट्रोल नंबर - 7759070004
वहीं, राज्य के डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव ने डुमरांव में हुई रेल दुर्घटना को दुःखद बताया। उन्होंने कहा कि राहत और बचाव के निर्देश दिए गए हैं। बुधवार की देर रात को उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि सोशल मीडिया पर ट्वीट करके उन्होंने बताया कि दिल्ली से गुवाहाटी जा रही नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस की बक्सर में कई बोगियाँ पलटने की दुःखद घटना हुई है।
उन्होंने आपदा प्रबंधन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, और बक्सर व भोजपुर के जिला पदाधिकारियों से वार्ता कर यथाशीघ्र घटनास्थल पहुंचने, राहत और बचाव कार्यों को तेजी से लाने, और घायलों के लिए समुचित चिकित्सा व्यवस्था कराने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार पीड़ितों और घायलों के लिए बचाव, राहत और उपचार कार्यों में सक्रिय रूप से शामिल है।
बक्सर जिले के रघुनाथपुर स्टेशन के पास हुए रेल हादसे के संबंध में, देर रात को एडीजी रेलवे बच्चू सिंह मीणा ने अधिकारियों को मौके पर कैंप करने के निर्देश दिए। एडीजी ने रेल आईजी राजेश त्रिपाठी और एसपी अमृतेंदु शेखर ठाकुर को तत्काल रवाना होने को कहा। इसके बाद दोनों अधिकारी देर रात ही हादसास्थल पहुंच गए। एडीजी रेलवे ने कहा कि स्थानीय प्रशासन से उनकी टीम संपर्क में है।
रेल पुलिस के अतिरिक्त जवानों को भी हादसास्थल पर भेजा गया है। जख्मी यात्रियों को हरसंभव मदद करने के निर्देश रेल पुलिस के अधिकारियों और जवानों को दिए गए हैं। रेल पुलिस की टीम स्थानीय ग्रामीणों के संपर्क में भी है ताकि जरूरत पड़ने पर उनसे भी सहायता ली जा सके। वहीं आसपास के रेल थानेदारों को भी राहतकार्य में लगाया गया है।