गाजीपुर में कांग्रेस पार्टी ने देश के वरिष्ठ पत्रकारों पर छापे की कार्रवाई के बाद उनके खिलाफ गलत धाराओं में गिरफ्तारी का विरोध किया है। कांग्रेस ने कहा है कि पत्रकारों का सम्मान करती है और उनके साथ है। इसके साथ ही कांग्रेस ने इस कार्रवाई को केंद्र सरकार के इशारे पर होने वाले उत्पीड़न का परिणाम माना है।
इसी क्रम में आज, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुनील राम की नेतृत्व में, कांग्रेस के पदाधिकारी, कार्यकर्ता, और बुद्धिजीवी वर्ग ने गांधीवादी तरीके से जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया और राष्ट्रपति को एक पत्रक जिलाधिकारी गाजीपुर के माध्यम से संबोधित किया।
इस अवसर पर, जिलाध्यक्ष सुनील राम ने केंद्र की मोदी सरकार पर वरिष्ठ पत्रकारों पर गलत छापेमारी का आरोप लगाया है और कहा है कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को सरकार डरा धमका कर अपने नियंत्रण में रखना चाहती है और जो भी इनके काले कारनामों का सच जनता को दिखाता है, उस पर यह भाजपा सरकार उत्पीड़नात्मक कार्रवाई कर रही है।
वहीं, शहर अध्यक्ष संदीप विश्वकर्मा ने इसे लोकतंत्र के लिए खतरा बताते हुए इसे मोदी सरकार का षड्यंत्र बताया। वहीं प्रवक्ता अजय श्रीवास्तव ने बताया कि पत्रकारों के सम्मान में कांग्रेस मैदान में है, 3 अक्तूबर को नोएडा, गाजियाबाद और दिल्ली में 7 पत्रकारों के घर पर रेड डाली गई थी। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पत्रकारों के घर पर छापेमारी की, इसके बाद उन्हें हिरासत में भी लिया गया।
पत्रकारों के लैपटॉप और मोबाइल को पुलिस ने अपने कब्जे में लिया, जो कि गलत है। पत्रकारों के उत्पीड़न के खिलाफ जिलाधिकारी को पत्र देने वालों में प्रमुख रूप से एआईसीसी सदस्य रविकांत राय, प्रदेश सचिव डॉक्टर जनक कुशवाहा, पीसीसी सदस्य लाल साहब यादव, चंद्रिका सिंह, बटुक नारायण मिश्रा, राम नगीना पांडे, ज्ञान प्रकाश सिंह, हामिद अली, रतन तिवारी, दिव्यांशु पांडे, आदि मौजूद रहे।