दूसरे चरण की दो सौ करोड़ रुपये की लागत वाली सोनवल से अकरमपुर तक जाने वाली सात किमी लंबी नई रेल लाइन के 23वें और अंतिम स्पैन के ढलाई का काम बुधवार की देर रात को पूरा हो गया। इसके पूरा होने पर कार्यदायी संस्था और इंजीनियरों ने पटाखे फोड़कर खुशी मनाई। ढलाई पूरी होने पर अब रेल पटरी बिछाने के लिए रास्ता स्वच्छ हो गया।
51 किमी लंबी ताड़ीघाट-मऊ रेल विस्तारीकरण परियोजना, जिसकी लागत करीब 1766 करोड़ रुपये है, की आधारशिला 14 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रखी थी। पहले चरण में सोनवल से सिटी तक 9.600 किमी लंबी परियोजना पूरी हो चुकी है, जबकि दूसरे चरण में सोनवल से अकरमपुर तक करीब 200 करोड़ रुपये की लागत से सात किमी लंबी रेल लाइन बिछाई जा रही है।
अब तक इस परियोजना के आधे से अधिक हिस्से पर ब्लास्टिंग का काम सम्पन्न हो चुका है और रेल पटरी की रखरखाव भी पूरा हो चुका है। विद्युतीकरण के लिए ओएचई पोल लगाने का काम भी अब तक करीब समाप्त हो चुका है। इसके बाद, वायर और एसएनटी का काम आरंभ किया जाएगा। इस पूरी प्रक्रिया के बाद, इस नई रेल लाइन पर लोड टेस्टिंग और स्पीड ट्रायल होगा, और इसके बाद सीआरएस होगा, जिसके बाद नई रेल लाइन पर ट्रेनों की सेवा शुरू की जाएगी।
आरवीएनएल के मुख्य परियोजना प्रबंधक विकास चंद्रा ने बताया कि सोनवल से अकरमपुर तक दूसरे चरण की सात किमी लंबी नई रेल लाइन का कार्य बहुत जल्द पूरा किया जाएगा। परियोजना का उद्घाटन दिसंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाने का निर्णय किया गया है।