मुहम्मदाबाद कोतवाली क्षेत्र में स्थित जकरौली गांव के खेत में बुधवार को एक युवती अपनी बहन के साथ पशुओं के लिए चारा लाने गई और मगई नदी में डूब गई। देर शाम तक स्थानीय गोताखोरों की सहायता से उनकी खोज की गई, लेकिन कुछ भी पता नहीं चल सका। इस दौरान, गांव की कुछ महिलाएं यूसुफपुर-कासिमाबाद मार्ग को अवरुद्ध करने का प्रयास करने लगी, लेकिन पुलिस ने उन्हें समझाने के बाद मामले को शांत किया। वहीं, परिजनों के रोने-बिलखने से गांव में हड़बड़ मच गई।
जकरौली गांव की निवासी मुस्कान (20) अपनी छोटी बहन के साथ पशुओं के लिए खेत में चारा लेने गई थी। उसने खेत में पहुंचकर नदी के किनारे जाकर हाथ-पैर धोने का प्रारंभ किया। इस समय, उसके पैर फिसल गए और वह गहरे पानी में गिर गई। उसको डूबते हुए देखकर उसकी छोटी बहन ने उसे बचाने का प्रयास किया, लेकिन वह असफल रही। इसके बाद, परिवार के सदस्य और गांव के लोग उसकी खोज के लिए मौके पर पहुंचे, लेकिन सफलता नहीं मिली।
इस घटना से उत्कृष्ट होकर, गांव की कुछ महिलाएं जकरौली चट्टी पर आकर यूसुफपुर-कासिमाबाद मार्ग पर जाम बनाने का प्रयास करने लगीं। हालांकि पुलिस जानकारी पर पहुंचकर समझबूझकर उन्हें वापस भेज दिया। परिजन और पुलिस स्थानीय गोताखोरों की सहायता से युवती की खोज के लिए कोशिश कर रहे थे, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी।
यहां परिजनों के रोने-बिलखने से गांव में चीख-पुकार की आवाज फैल रही थी। ग्रामीण परिजन उन्हें सांत्वना देने में लगे रहे। देर तक पुलिस स्थानीय गोताखोरों की सहायता से खोज करती रही, लेकिन जब रात हुई, तो अभियान को रोक दिया गया। घनानंद त्रिपाठी ने इस संदर्भ में बताया कि युवती की तलाश की गई, लेकिन कुछ भी पता नहीं चल सका है। आने वाले दिन में पुनः युवती की खोज की जाएगी।