प्रधानमंत्री मोदी द्वारा नींव रखी गई ताड़ीघाट-मऊ रेल परियोजना के पहले चरण के सन्दर्भ में, रेलवे महकमे के उच्च अधिकारियों का एक दौरा हुआ है। पूर्व मध्य रेलवे के रेल प्रबंधक (डीआरएम) जयंत कुमार चौधरी ने ताड़ीघाट-मऊ रेल परियोजना के पहले चरण के काम पूरा होने के बाद, और निकट भविष्य में ट्रेन सेवाओं की उम्मीद के बीच, अपनी पूरी टीम के साथ स्पेशल गरूण सैलून से सोनवल के नए रेलवे स्टेशन पर पहुंचा।
उन्होंने प्लेटफार्म की ताजगी के बाद तुरंत पैनल कक्ष और ट्रेन संचालन के लिए स्थापित वीडीयू यूनिट, इत्यादि का निरीक्षण किया। इस क्रिया के दौरान, उन्होंने पैनल कक्ष में एसी लगवाने का आदेश दिया। इसके बाद, उन्होंने पूरे परिसर का कदम से कदम मिलाकर जाँच की, जहां अभी तक सर्कुलेटिंग एरिया, बाउंड्रीवाल, प्लेटफार्म की सतह, एफओबी की अंतिम स्पष्टता, पेयजल प्वाइंट, शौचालय, यूनिरल बूथ, और स्टेशन तक पहुंचने वाले मार्ग आदि का निरीक्षण किया।
उन्होंने इस क्रिया के दौरान कई अधूरे कामों को देखकर नाराजगी जताई और त्वरित समाप्त करने के लिए कड़ा निर्देश दिया। इस बीच, जब डीआरएम ने निकट भविष्य में नए रूट पर ट्रेन संचालन की आशा को देखते हुए निर्देश दिया, वह दिलदारनगर और सोनवल के बीच शेष रखे गए कामों को जल्दी पूरा करने के लिए निर्देशित किया। इससे यह सुनिश्चित होगा कि नियमित ट्रेन सेवाएं शुरू होने पर किसी भी प्रकार की अधिक समस्याओं का सामना न करना पड़े।
इसके बाद, डीआरएम जयंत कुमार चौधरी सड़क मार्ग से पूरे परियोजना की निगरानी करते हुए घाट स्थित आरवीएनएल के गेस्ट हाइस पहुंचे, जहां उन्होंने कॉन्फ्रेंस हॉल में प्रोजेक्टर के माध्यम से पूरे परियोजना के डिज़ाइन की निगरानी की। इस दौरान जीपीटी इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड के उपाध्यक्ष अश्वनी कुमार, आरवी एन एल के मैनेजर पी के सिंह, सहायक सुरक्षा आयुक्त दानापुर सैयद निहाल हसन समेत सभी विभागीय अधिकारी मौजूद थे।