गाजीपुर में मिशन शक्ति अभियान के चौथे चरण में शनिवार को राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में चौपाल का आयोजन किया गया। इसमें एसपी ओमवीर सिंह ने छात्राओं को उनके कानूनी अधिकारों के बारे में जानकारी दी। कहा गया कि यदि कोई भी छेड़खानी करता है, तो चुप न रहें। उसके खिलाफ आवाज उठाएं और पुलिस से मदद मांगें।
जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने कहा कि हमें प्रश्न पूछने की आदत विकसित करनी चाहिए। जो गलत है, उसे केवल परंपरा से चली आ रही बात मानकर, स्वीकार करने की जरूरत नहीं है। कॉलेज की छात्राओं पूर्णिमा सिंह, संध्या कुमारी, प्रांशी, प्राजंलि सिंह ने अधिकारियों से प्रश्न किया। उपस्थित अधिकारियों ने उनकी जिज्ञासाओं का समाधान प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम की प्रमुख वक्ता डॉक्टर सारिका सिंह ने बताया कि असमानता का मतलब लैंगिक आधार पर महिलाओं के साथ भेदभाव है। पारंपरिक रूप से समाज ने महिलाओं को कमजोर वर्ग के रूप में देखा है, जिससे उन्हें घर और समाज दोनों में शोषण, अपमान, और भेदभाव का सामना करना पड़ता है।
महिलाओं के खिलाफ भेदभाव दुनिया में हर जगह प्रचलित है। इस अभियान की संयोजक लेफ्टिनेंट डॉ. शशिकला जायसवाल ने संचालन किया। इस दौरान जिला परियोजना अधिकारी संजय सोनी, डॉ. शंभू शरण प्रसाद, डॉ. निरंजन यादव, डॉ. विकास सिंह, प्रोफेसर उमाशंकर प्रसाद, डॉ. शिवकुमार, और डॉ. अमित मौजूद रहे।