सुहवल थाना क्षेत्र के गरुआ मसूदपुर निवासी व्यक्ति का शुक्रवार को गंगा में डाला हुआ शव पाया गया। परिजन और पुलिस ने नाविकों की मदद से शव को किसी तरह से बाहर निकाला। परिवार के अनुसार, उसने बृहस्पतिवार को देर शाम को खाना खाने के बाद घूमने का इरादा किया था।
परिजनों ने बताया कि परमानंद राय (48) की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। उनका उपचार वाराणसी से चल रहा था। बृहस्पतिवार की देर शाम को परमानंद ने भोजन करने के बाद अपने घर से निकल गए। पहले तो परिजनों ने सोचा कि वह गांव में कहीं घूमने गए होंगे, लेकिन जब वह काफी देर तक घर नहीं आए, तो खोजबीन शुरू की गई।
सुबह, खोजबीन करते हुए मेदनीपुर से होते हुए हमीद सेतु की ओर बढ़ने लगे, तभी उनकी नजर सेतु पर लगी भीड़ पर पड़ी तो शक के आधार पर वे नदी में नीचे झांककर देखने लगे। वहां, परमानंद औधे मुंह पानी में पड़े हुए थे और उनकी मौत हो चुकी थी। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और शव को बाहर निकाला गया।
परिजनों की सूचना के अनुसार, मृतक के दो पुत्र थे और वे घर में ही रहते थे। घटना की जानकारी मिलते ही पत्नी रिंकी देवी सहित सभी परिजनों में अचानक हड़कंप मच गया। उसी समय, गांव में मातमी सन्नाटा छा गया है। थानाध्यक्ष प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है।