उत्तर प्रदेश से मानसून का अब विदा होने का समय आ गया है। प्रदेश के कुछ जिलों को छोड़कर अब उत्तर प्रदेश में बारिश नहीं होगी। हालांकि अभी भी कुछ जिले ऐसे हैं जहां बारिश के साथ वज्रपात की संभावना है।
उत्तर प्रदेश के पश्चिमी इलाके के अधिकांश क्षेत्रों में मानसून विदा हो चुका है। इसका मतलब है कि इन जिलों में अब बारिश की संभावना बहुत कम है। राजस्थान के ऊपर निचले क्षोभ मंडल में बने चक्रवात के प्रभाव के कारण बरसात बंद हो गई है।
इसके बाद, 29 सितंबर से मानसून पश्चिमी उत्तर प्रदेश के भागों से हटने लगा था। 3 अक्टूबर को यह पश्चिमी क्षेत्रों में केवल बुंदेलखंड के आसपास बरकरार है। प्रदेश में मानसून की विदाई रेखा पीलीभीत से उरई की ओर बदल गई है। इसका मतलब है कि बुलेंदखंड के कुछ जिलों में आने वाले दिनों में बारिश हो सकती है।
इसके अलावा, प्रदेश के शेष हिस्सों से मानसून अगले दो से तीन दिनों में विदा हो सकता है। मंगलवार को वाराणसी, बलिया, चुर्क, प्रयागराज, सुल्तानपुर, गाजीपुर, और कई अन्य इलाकों में बारिश हुई। बुधवार को पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में बादल गरजने और बिजली चमकने के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। हालांकि यहां भी भारी बारिश के आसार नहीं हैं। वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश के साथ मध्य यूपी में मौसम शुष्क रहेगा।
यूपी की राजधानी लखनऊ में मंगलवार को मौसम मिला-जुला रहा है। दिन के कुछ समय तक धूप रही तो कुछ समय तक बादल आते और जाते रहे। बादलों के होने की वजह से हवाएं ठंडी रहीं। दिन में उमस का असर कम हुआ। हल्की बूंदाबांदी को छोड़कर शहर में बारिश नहीं हुई। पूर्वानुमान के अनुसार बुधवार को लखनऊ में मौसम साफ रहेगा।