गाजीपुर जिले की आफिया जमाल और आलिया जमाल ने अपनी मेहनत और प्रतिबद्धता से अपनी पहचान बनाई है। जिम्नास्टिक खेल में यह दोनों बहनें ने राष्ट्रीय स्तर पर अपना नाम रोशन किया है। इसके साथ ही, बारा गांव की रहने वाली इन दोनों बहनों ने अपनी पहचान के साथ ही अपने क्षेत्र को भी गौरवान्वित किया है। गाजीपुर जिले के बारा गांव की यह दोनों बहनें अपनी दक्षता और समर्पण के साथ राष्ट्रीय स्तर पर खिलाडी बनकर अपने परिवार और जिले का नाम रौंगत में लाई हैं।
आफिया जमाल और आलिया जमाल, ये दोनों ही सगी बहनें हैं। वे गाजीपुर जिले के गंगा किनारे और बिहार के सीमा पर स्थित गाँव बारा की निवासी हैं। इन दोनों बहनों ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गाँव में ही पूरी की। बचपन से ही इन दोनों बहनों को खेल में रुचि थी। हालांकि, गाँव में रहकर वे ग्राउंड पर प्रैक्टिस करने में सहज नहीं हो पा रही थीं।
इसलिए, 2015 में इनके पिताजी ने अपनी बेटियों को साथ लेकर चंडीगढ़ जाने का निर्णय किया। वहां पर इन बहनों की आगे की पढ़ाई शुरू हुई और उनके पिताजी ने सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद चंडीगढ़ में बसने का निर्णय किया। उसके बाद, इन बहनों ने जिम्नास्टिक में अपने करियर को बनाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।
आफिया ने इंटरव्यू में बताया कि उनके गाँववाले जिम्नास्टिक को सर्कस के साथ जोड़ते हैं। इस खेल को सच्चाई से नहीं लिया जाता था। जब उन्होंने अपनी बहन के साथ प्रैक्टिस शुरू की, तो वह हर जगह से विभिन्न तरह की टिप्पणियाँ सुनती थीं। उनमें एक जज्बा था कि सफलता के माध्यम से ही आलोचकों को चुप कराया जा सकता है। इन दोनों बहनों की सफलता से गाँव में लोग जिम्नास्टिक को गंभीरता से लेने लगे हैं।
आफिया ने बताया कि वह अंडर-17 और उनकी छोटी बहन आलिया अंडर-14 स्तर पर जिम्नास्टिक में प्रतिस्पर्धा कर रही हैं। अब तक, इन दोनों बहनों ने राष्ट्रीय स्तर के जिम्नास्टिक प्रतियोगिता में भाग लिया है और गोल्ड, कांस्य और सिल्वर मेडल जीता है। आफिया को लगातार दूसरे साल बेस्ट प्लेयर के खिताब में चुना गया है। उन्होंने बताया कि 5 नवंबर से होने वाले नेशनल जिम्नास्टिक चैम्पियनशिप के लिए उन्हें और उनकी बहन को चयनित किया गया है। आफिया के अनुसार, अब दोनों बहनों का लक्ष्य जिम्नास्टिक में अंतरराष्ट्रीय मुकाम पर पहुंचना है।