गाजीपुर को चंदौली से जोड़ने के लिए गंगा नदी पर बने रामकरण सेतु से शनिवार दोपहर एक युवक अपनी पत्नी और 17 वर्षीय बेटी के साथ गहरे पानी में कूद गया। मल्लाहों की नजर पड़ी तो जान जोखिम में डालकर तीनों को बचा लिया। तीनों को आननफानन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया।
तीनों की हालत खतरे से बाहर है। सामूहिक खुदकुशी की कोशिश का कारण पूछने पर युवक ने मौन साध लिया। बार-बार कहता रहा कि हम लोगों मरना ही है। बताया जा रहा है कि पारिवारिक कलह से ऊबकर तीनों ने यह आत्मघाती कदम उठाया।
चंदौली जिले के बलुआ थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी व्यक्ति अपनी पत्नी और 17 वर्षीय बेटी के साथ शनिवार दोपहर बाद रामकरण सेतु पहुंचा। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, थोड़ी देर तक तीनों ने आपस में बातचीत की। फिर इधर-उधर देखने के बाद तीनों पुल की रेलिंग पर चढ़े और गंगा में कूद गए।
घाट पर मौजूद लोगों ने देखा तो गोताखोरों को बुलाया। गोताखोरों ने तीनों को बाहर निकाला। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सैदपुर पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सक ने वाराणसी रेफर कर दिया। चिकित्सक के मुताबिक महिला के शरीर पर चोट के निशान हैं। वही उसकी बेटी ने गंदा पानी पी लिया है। घटना को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। चर्चा है कि पारिवारिक कलह से ऊबकर तीनों ने यह आत्मघाती कदम उठाया है।