पश्चिम बंगाल-ओडिशा तटों से दूर उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर कम दबाव का क्षेक्ष बन गया है। इसके कारण अगले दो दिनों में इसके उत्तरी ओडिशा और दक्षिणी झारखंड में पश्चिम उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है। आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल सिंह के मुताबिक, इसके प्रभाव के चलते बुधवार की शाम से पूर्वांचल के कई इलाकों में बारिश व वज्रपात के आसार हैं।
आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र के पूर्वानुमान के मुताबिक, बारिश, गरज और बौछारों का मौसम 25 सितंबर तक रहेगा। 22 को कुछ तेज बारिश हो सकती है, हालांकि इसकी रफ्तार मध्यम ही रहेगी। मंगलवार को भी लखनऊ समेत प्रदेश के कुछ इलाकों में बरसात हुई। लखनऊ में 14 मिमी से अधिक पानी बरसा, तो चुर्क में 16.8 मिमी और कानपुर नगर में 21.4 मिमी बरसात हुई।
बादल-बिजली गिरने को लेकर इन जिलों में येलो अलर्ट
बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संत कबीरनगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुरखीरी, सीतापुर, हरदोई, लखनऊ, बाराबंकी, राजबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकरनगर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल, बदायूं व आसपास के इलाकों में बारिश तो होगी ही, साथ ही वज्रपात को लेकर भी येलो अलर्ट मौसम विभाग ने जारी किया है।
लखनऊ में कभी धूप और कभी छांव का खेल जारी है। मंगलवार को भी ऐसा ही मौसम रहा, दोपहर होते ही अचानक से काले घने बादलों ने डेरा डाला और राजधानी में 14.4 मिमी पानी बरसा। तेज बरसात के बाद फिर धूप खिली और शाम होने के साथ ही काले बादल घिर आए और बूंदाबांदी भी हुई। आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक, कभी-कभी स्थानीय कारणों भी बारिश करवा देते हैं। वहीं बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण बुधवार को वज्रपात और बारिश के आसार हैं, ऐसा मौसम 22 सितंबर तक बने रहने के आसार हैं, इसे लेकर मौसम विभाग ने अलर्ट भी जारी किया है।