गाजीपुर में 2 लाख सब्जी की नर्सरी और वर्मी कम्पोस्ट खाद, तोरई बीज का निःशुल्क वितरण कृषि मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार सूर्य प्रताप शाही ने किया। इस दौरान एक कृषि गोष्ठी का भी आयोजन किया गया, साथ ही किसान मेला का आयोजन भी किया गया।
उन्होंने कहा कि आजकल समय क्लस्टर कृषि का है। क्लस्टर कृषि से उत्पादों को लेने के लिए व्यापारी स्वयं किसानों के पास आएंगे, जिससे खर्च कम होगा। उन्होंने बताया कि आज किसान सब्जी की खेती कर रहे हैं, और उनके उत्पाद, जो पहले कानपुर और वाराणसी में बिकते थे, अब विदेशों में जा रहे हैं। वाराणसी में एक व्हेयर हाउस भी बनाया गया है, जहां किसान अपने उत्पादों को लेकर ग्रेडिंग और पैकिंग कर सकेंगे, और विदेशों में भेज सकेंगे।
आजकल सरकार प्राकृतिक खेती पर जोर दे रही है। लखनऊ में भी ऐसा हो रहा है, और अब गोरखपुर में भी इसे शुरू करने की योजना है। गोष्ठी में कृषि वैज्ञानिक जे पी सिंह ने कहा कि आजकल सरकार प्राकृतिक खेती पर जोर दे रही है। हमारी मिट्टी में लाखों करोड़ों प्रकार के जीवाणु पाए जाते हैं, जो मिट्टी की उर्वरा शक्ति को बढ़ाते हैं, लेकिन रासायनिक उर्वरकों के अत्यधिक प्रयोग से ये जीवाणु मर रहे हैं। अगर प्राकृतिक खेती शुरू होती है, तो इनकी संख्या बढ़ जाएगी।
कृषि मंत्री ने इस मौके पर 4 किसानों को ट्रैक्टर की चाबी देकर सम्मानित किया। इस दौरान उपजिलाधिकारी आशुतोष कुमार, संयुक्त कृषि निदेशक लखनऊ आशुतोष मिश्र, जिला उद्यान अधिकारी शैलेन्द्र दूबे, उपनिदेशक यतीन्द्र सिंह, कृषि वैज्ञानिक जे पी सिंह, और जिला कृषि अधिकारी उमेश कुमार आदि तमाम भाजपा नेता मौजूद थे।