इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च-नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के वैज्ञानिकों ने एक नए चिकनपॉक्स वेरिएंट की खोज की है। इसके पीछे के कारण और इसके लक्षणों को जानने के लिए हम आगे पढ़ें।
चिकनपॉक्स का नया वेरिएंट क्या है
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च-नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के वैज्ञानिक ने मॉन्कीपॉक्स वायरस के इस नए वेरिएंट को खोजा है, जिसे चिकनपॉक्स क्लैड 9 के नाम से जाना जाता है। यह वेरिएंट वैरीकेला जोस्टर वायरस के माध्यम से फैलता है और इसके मामले अमेरिका, ब्रिटेन, और जर्मनी जैसे देशों में अधिक हैं।
चिकनपॉक्स क्लैड 9 के लक्षण
चिकनपॉक्स का यह वायरस खांसने और छींकने से फैल सकता है, और संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में भी फैल सकता है। आपको इसके लक्षणों का ध्यान देना चाहिए, जैसे:
- खुजली
- लाल धब्बे, जो बाद में तरल पदार्थ से भरे फफोलों में बदल सकते हैं
- त्वचा में जलन और बुखार
- सिरदर्द
- भूख न लगना
- शरीर में दर्द और थकान
वायरकोज वेन्स के साथ, ये लक्षण नीली नसों के रूप में भी दिख सकते हैं, जिन्हें अनदेखा नहीं करना चाहिए।
चिकनपॉक्स से बचाव के लिए आपको पर्सनल हाइजीन का ख़ास ध्यान रखना चाहिए, भीड़ भाड़ वाली जगहों से बचना चाहिए, छींकने और खांसने के दौरान मुंह और नाक को ढक कर रखना चाहिए, संक्रामक एयर ड्राप्लेट्स के संपर्क से बचना चाहिए, और अगर लक्षण आते हैं तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। इसके साथ ही, चिकनपॉक्स का टीकाकरण करवाना भी महत्वपूर्ण है, और शारीरिक हाइड्रेशन का ध्यान रखना चाहिए, लक्षण दिखते ही डॉक्टर के पास जाना चाहिए, और इस बीमारी से बचाव करना चाहिए।