गाजीपुर में मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव के संबंध में, भूतपूर्व सैनिक सेवा समिति गहमर और पुन: ट्रेन ठहराव समिति ने स्टेशन सर्कुलेशन परिसर में सांकेतिक धरना आयोजित किया। कोरोना काल में अधिकांश ट्रेनों का परिचालन बंद हो गया था, और इनको पुन: संचालित करने के लिए चरणबद्ध आंदोलन चला रहा है।
भूतपूर्व सैनिक सेवा समिति और पुन: ट्रेन ठहराव समिति द्वारा एक धरना आयोजित किया गया। रेलवे स्टेशन परिसर में ग्रामीण लोगों की बड़ी संख्या ने इकट्ठा हो गई। हमने चेताया कि अगर हमारी मांगें नहीं सुनी गईं, तो हम अनिश्चित काल के धरने पर बैठेंगे। हमने यह भी कहा कि स्थानीय गांवों सहित हमारे क्षेत्र के सैनिक देश के विभिन्न हिस्सों में जाकर देश की सीमाओं की रक्षा करते हैं, और जब वे अवकाश पर आते हैं, तो उन्हें 15 से 25 किमी की दूरी पर बक्सर या दिलदारनगर स्टेशन पर जाना और वापस आना पड़ता है।
ग्रामीणों ने मगध एक्सप्रेस, भगतकी कोठी, गरीब रथ, आदि ट्रेनों के स्टेशन पर ठहराव की मांग की। उन्होंने कहा कि इन ट्रेनों के ठहराव की मांग को 27 जुलाई 2021 को दानापुर मंडल के रेल प्रशासन और जिला प्रशासन के संयुक्त आश्वासन के बाद दो साल हो गए हैं। हालांकि आज तक गहमर स्टेशन पर इन प्रमुख ट्रेनों का ठहराव नहीं हुआ है।
कोरोना काल में लॉकडाउन के बाद, जब स्पेशल ट्रेनों का परिचालन फिर से शुरू हुआ, तो यहां से अधिकांश ट्रेनों का सेवा समाप्त कर दिया गया है। पहले, यहां 11 जोड़ी ट्रेनें थी, लेकिन अब केवल 8 जोड़ी ट्रेनें ही चल रही हैं। डीडीयू-बक्सर रेलवे लाइन पर चलने वाली सभी मेल एक्सप्रेस ट्रेनों की सेवा पुन: शुरू हो गई है। इस ट्रेन के दानापुर से डीडीयू के बीच में, गहमर से ही ठहराव हटा दिया गया है, जिसके कारण लोगों का दुखभरा बढ़ गया है।