कासिमाबाद कोतवाली क्षेत्र के खजुहा गांव की एक महिला का आरोप है कि उसका अधिकारी पति दस लाख रुपये दहेज मांग रहा है और नहीं देने पर दूसरी शादी की धमकी दे रहा है। महिला का दावा है कि उसने अपने पति को पढ़ाया है।
महिला ने सीएम से लेकर पुलिस अधीक्षक तक से न्याय की गुहार लगाई है। अब वह न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की तैयारी में है। उधर, आरोपी व्यक्ति का कहना है कि उसका इस महिला से कोई संबंध ही नहीं है। डुमरांव उर्फ भटवलिया की शाजिदा उर्फ रिया यादव पत्नी धीरेंद्र कुमार यादव ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र दिया है।
उसने बताया कि धीरेंद्र कुमार यादव से 15 नवंबर 2017 को मऊ के बनदेवी मंदिर में हिंदू रीति-रिवाज से उसका विवाह हुआ है। वह एनजीओ में काम करके पांच हजार रुपये महीने कमाती थी और प्राइवेट विद्यालय में 2500 रुपये मासिक पर कार्य करती थी। धीरेंद्र की पढ़ाई में कोई बाधा न आए, इसके लिए उसने कई बार पैसा भेजा। इसी बीच वर्ष 2019 में धीरेंद्र सिंचाई विभाग में जेई बन गया। वर्ष 2021 में मिर्जापुर सिंचाई खंड-6 में अवर अभियंता के पद पर नियुक्त हुए।
यहां वह अपनी सास के साथ किराए के मकान में रहती थी। 17 सितंबर 2021 को उसने एक बेटी को जन्म दिया। सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था। इस समय वह पांच माह की गर्भवती है। धीरेंद्र और उनके परिवार वाले उसे 18 अगस्त को डुमराव उर्फ भटवलिया ले आए और उसी दिन शाम को तीन बजे पंचायत के बहाने उसे घर से निकालने लगे। विरोध करने पर सभी ने मारपीट की।
आरोप लगाया कि वे दस लाख रुपये दहेज मांग रहे हैं और नहीं देने पर दूसरी शादी करने की धमकी दे रहे हैं। इस मामले की जानकारी होने पर लोगों में एक बार फिर ज्योति मौर्या व आलोक मौर्या के मामले की चर्चा शुरू हो गई। उधर, धीरेंद्र का कहना है कि वर्ष 2022 में उनकी दूसरी महिला से शादी हुई है। आरोप लगाने वाली महिला से शादी नहीं हुई है। महिला की शादी दूसरे व्यकित से हुई थी। पंचायत में उसका पति रखने के लिए तैयार था और वह वहां नहीं रूकी। मैं कोचिंग और निजी विद्यालयों में पढ़ाकर यहां तक पहुंचा हूं।
महिला आई थी। मामले को महिला प्रकोष्ठ को भेज दिया गया है। दोनों को बुलाकर सच्चाई जानने की कोशिश की जाएगी। इसके बाद जो तथ्य सामने आएंगे, उसके हिसाब से विधिक कार्रवाई की जाएगी।